भिकियासैंण (अल्मोडा़) ओण दिवस के अवसर पर जनपद की सबसे बड़ी वन रेंज जोरासी में एक सामुदायिक जन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें जौरासी वन प्रभाग के सीमा से लगे 15 ग्राम पंचायतों के जन प्रतिनिधियों, वन प्रभाग के अधिकारियों, वन सरपंचों, महिला समूह की पदाधिकारियों ने प्रतिभाग कर अपने विचार व्यक्त किए।
वरिष्ठ पर्यावरण वैज्ञानिक एवं अंतराष्ट्रीय वन्य जीव सरंक्षण पुरूष्कार प्राप्त डॉ0 के एन बलोदी ने बताया कि वनाग्नि से उत्तराखण्ड की अपार जैव-विविधता एवं प्राकृतिक संसाधनों को बचाया जाना नितान्त आवश्यक है, एवं सबका परम कर्तव्य है कि पर्वतीय राज्य होने कारण एवं विषम भौगोलिक संरचना के कारण उत्तराखण्ड वनाग्नि की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील है। उत्तराखण्ड का भौगोलिक स्वरूप ऐसा है कि वनाग्नि दुर्घटना के कारण पर्वतीय स्थलों पर पहुँचना एवं अग्नि पर नियंत्रण करना अत्यन्त जटिल एवं विकट कार्य हो जाता है। सीमित मानव संसाधन, पंहुचने के लिए मार्ग न होना तथा दुर्गम स्थल का कर्तव्य है कि वनाग्नि नियंत्रण एक चुनौती भरा कार्य है।
कार्यक्रम संयोजक व प्रधान कन्होणी(माँसी)गिरधर बिष्ट ने कहा की उत्तराखंड इस समय बेहद विषम पर्यावरणीय परिस्थितियों से गुजर रहा हैं। परम्परागत जल स्रोतों नौले – धारों, गाड़, गधेरों, गैर-हिमानी नदियों में पानी का स्तर साल दर साल घटता जा रहा है। जल स्रोतों के साथ-साथ जैव-विविधता भी तेजी से सिकुड़ रही है। जल स्रोतों तथा जैव-विविधता में ह्रास का मुख्य कारण रहा है, जहां परस्पर जन सहभागिता से यह ओण प्रबंधन उत्तराखण्ड में राज्य स्तरीय योजना वनाग्नि के प्रबन्धन हेतु अत्यंत उपयोगी होगी। समुदाय आधारित संस्था समुदाय आधारित संस्था नौला फाउंडेशन दिनांक- 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक वनाग्नि से बचाव हेतु ये ओण जागरूकता दिवस प्रबंधन दिवस उत्तराखंड की वन के सरंक्षण संवर्धन में मील का पत्थर होगा। जन सहभागिता कार्यशाला को सफल बनाने में रेंजर वन प्रभाग जौरासी बिक्रम सिंह कैडा़, महिला मंगल दल जौरासी, महिला संगठन जौरासी, करीब 15 ग्राम पंचायतो ग्राम पंचायत जाला जौरासी, जैठा , ग्वाबीन स्याल्दे, घनियाल स्याल्दे, काफलदाना स्याल्दे, फड़िका, सुरना रिखाड़ी, खत्याड़ी, उपराड़ी ग्राम प्रधान के ग्राम प्रधानो समेत, जौरासी व्यापार मंडल का भरपूर समर्थन एवं सहयोग रहा।
कार्यक्रम में प्रधान जाला भगवती देवी, प्रधान कफलटाना राधा शर्मा, प्रधान फडिका पुष्पा देवी, प्रधान ग्वालबिना प्रकाश पंचोली, प्रधान जैठा मोहन राम, वन विभाग दरोगा महेश जोशी, वन विभाग बीट अधिकारी शंकर बोरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य कफलटाना गजेंद्र सिंह, सरपंच रमेश सिंह, सरपंच पुरन सिंह, सरपंच हुक्कम सिंह, महिला समूह कमला देवी, विमला देवी, लक्ष्मी देवी, हीरा देवी, त्रिलोचन डोडियाल, कृपाल सिंह पटवाल, ख्याल सिंह व जौरासी वन रेंज से जुड़े ग्रामीण आदि भारी संख्या में उपस्थिति रहे।