उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी हरिद्वार के द्वारा संस्कृत भाषा के प्रचार में महोत्सव हो रहा आयोजित।
शीतलाखेत (अल्मोड़ा) उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार के द्वारा संस्कृत भाषा के प्रचार, प्रसार, संरक्षण, संवर्धन, अनुसंधान हेतु प्रतिवर्ष व्याख्यान माला आयोजित की जाती है उसी क्रम में इस वर्ष भी श्रावण पूर्णिमा से भाद्रपद पूर्णिमा के मध्य (31अगस्त 2023 से 29 सितम्बर 2023) संस्कृत मास महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत उत्तराखंड के 13 जनपदों में “उत्तराखंड की संस्कृत शास्त्रपरंपरा” इस विषय पर व्याख्यान माला आयोजित की जा रही है, जिसके अन्तर्गत दिनांक 24 सितंबर 2023 को अल्मोड़ा जनपद द्वारा मध्याह्न 03:00 बजे से व्याख्यान माला का आयोजन किया जाएगा जिसका मुख्य विषय उत्तराखंड की संस्कृतनाट्य परंपरा है। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकीय महाविद्यालय शीतलाखेत, अल्मोड़ा के प्राचार्य प्रो० ललन प्रसाद वर्मा, मुख्य अतिथि रानीखेत विधानसभा के माननीय विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल, विशिष्ट अतिथि कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. जय तिवारी सारस्वतातिथि हेमती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्त उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में आकाशवाणी नई दिल्ली से संस्कृतवार्ता संपादक प्रवाचक डॉ. बलदेवानन्द सागर उपस्थित रहेंगे जो कि उत्तराखंड की संस्कृत नाट्य परंपरा विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे कार्यक्रम के जनपद संयोजक डॉ. प्रकाश चन्द्र जांगी ने जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड प्रारंभ से ही संस्कृत की भूमि रही है और यहां वेदों की, पुराणों की, महाभारत की रचना हुई है विद्वानों द्वारा महाकवि कालिदास की जन्मस्थली उत्तरकाशी में स्थित कविल्ठा नामक स्थान को माना जाता है और विभिन्न संस्कृत विद्वानों ने समय-समय पर यहां लेखन कार्य किया है और विभिन्न संस्कृत नाटक भी समय समय पर उत्तराखंड के साहित्यकारों के प्राप्त होते हैं जिस पर व्याख्यान माला आयोजित की जा रही है। राज्यसंयोजक डॉ. हरीश चंद्र गुरुरानी ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृत अकादमी का उद्देश्य जन-जन तक संस्कृत भाषा को पहुंचना है लोगों को संस्कृत भाषा के प्रति जागरुक करना है। कार्यक्रम में जनपद सहसंयोजक जगदीश चंद्र जोशी भी उपस्थित रहेंगे।