विधान सभा बागेश्वर के उपचुनाव में भाजपा की प्रत्याशी पार्वती दास ने 2405 मतों से करारी शिकस्त देकर जीत की दर्ज। (रिपोर्टर – सुन्दर सुरखानी)

बागेश्वर। विधान सभा बागेश्वर सीट पर हुए उप चुनाव में एक बार फिर भाजपा का कमल खिला। भाजपा की प्रत्याशी पार्वती दास ने कांग्रेस के प्रत्याशी बसंत कुमार को 2405 मतों से करारी शिकस्त देकर जीत का परचम लहराया। भाजपा ने इस सीट पर लगातार पांचवीं बार की जीत हासिल की है। बता दें कि विधान सभा उप चुनाव में कुल पांच प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें भाजपा की प्रत्याशी पार्वती दास को कुल 33247 मत मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार को 30842 मत मिले। इसी क्रम में यूकेडी के प्रत्याशी अर्जुन देव को 857 मत, उपपा प्रत्याशी भगवत कोहली को 268, सपा प्रत्याशी भगवती प्रसाद त्रिकोटी को 637, जबकि नोटा को कुल 1257 मत प्राप्त हुए।

बीते 5 सितंबर को विधान सभा के 188 बूथों में मतदान हुआ था। मतदान प्रतिशत कुल 55.44 प्रतिशत रहा। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 1,18,264 थी, जिसमें कुल 65,570 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जिसमें 24,400 पुरुष, 37,170 महिलाएं शामिल थी। बागेश्वर डिग्री कालेज में बने मतगणना केंद्र में शुक्रवार की सुबह आठ बजे से मतगणना शुरु हुई। ईवीएम मतों की गणना 14 राउंड में की गई, जबकि पोस्ट वैलेट एवं ईटीबीपीएस में भी भाजपा को सर्वाधिक मत 781 मिले। वही कांग्रेस को 697, यूकेडी 19, उपपा 5, सपा 11 वही नोटा को 25 मत मिले। करीब तीन बजे नतीजे की घोषणा जैसे ही। हुई तो एक बार फिर पोष्टल वैलेट मतगणना की कांग्रेस द्वारा दुबारा काउंटिंग की मांग मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सामने रखी, जिस पर वैलेट मतों की रिकाउंटिंग की गई, जिसमें नोटा के मत बढ़े। इधर चुनाव के नतीजे आते ही भाजपा के जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया, शिव सिंह बिष्ट सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ प्रत्यासी पार्वती दास मतगणना स्थल पर पहुंची, जहां आरओ ने विजयी रही पार्वती दास को प्रमाण पत्र दिया। तत्पश्चात भाजपा ने नगर में विजय जुलूस निकाला।
भाजपा व कांग्रेस के दावों की उड़ी धज्जियां:-

बागेश्वर। विधान सभा उप चुनाव में भाजपा जहां 10 हजार से अधिक मतों से जितने का दावा कर रही थी,तो वही कांग्रेस अपने 20 हजार कैडर बोट व 16 हजार बसंत कुमार के अपने मतों को लेकर दावा कर रही थी, लेकिन मैदान में हकीकत कुछ और ही निकल कर सामने आई। शुक्रवार को रिजल्ट आने के बाद दोनों मुख्य दलों में खासा नाराजगी दिखाई दी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के ही दिग्गज नेता विजय जुलूस एवं मतगणना स्थल पर भी नही पहुंचे, जिसका मुख्य कारण उनके अपने बूथ से भाजपा को कम मतदान होना बताया जा रहा हैं।
तीसरे नंबर पर रहा नोटा:-
बागेश्वर। विधान सभा उप चुनाव में नोटा तीसरे स्थान पर रहा। भाजपा व कांग्रेस के बाद नोटा को सर्वाधिक 1257 मत पड़े, जबकि यूकेडी चौथे नंबर पर, सपा पांचवे व उपपा छ्टे स्थान पर रही।
सीनियर सिटीजन की भूमिका अहम रही:-

बागेश्वर। आम तौर पर सीनियर सिटीजन चुनावों में माहौल खामोश दिखाई देता हैं,लेकिन जिले में लगभग एक हजार से अधिक सीनियर सिटीजन के सदस्य है,फिर भी इस बार सीएम धामी से हुई गुफ्तगू के बाद सीनियर सिटीजन ने भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लिया था। जिसका परिणाम यह रहा कि अन्य चुनावों में नगर से पीछे रहने वाली भाजपा इस बार आगे निकल गई। जिसका परिणाम स्वरूप भाजपा को अच्छी बढ़त मिल पाई।