सनातन को समाप्त करने की घटिया सोच रखने वालों की बुद्धि को भगवान कृष्ण जल्दी ठीक करेंगे- विक्रम बिधूड़ी (विशेष संवाददाता- कुन्दन)
दक्षिणी दिल्ली। तुग़लकाबाद के पुल प्रहलादपुर स्थित लालकुआं में ठीक 12 बजे कान्हा की मोहक छवि देख श्रद्धालु खुद को रोक नहीं सके और जयकारे लगाने लगे। रजत कमल पुष्प पर विराजे आराध्य का कामधेनु गाय के प्रतीक से दुग्धाभिषेक किया गया। नटवर नागर के जन्मोत्सव के सैकड़ों श्रद्धालु साक्षी बने। अजन्मे के जन्म पर मंत्रोच्चारण के बीच शंखनाद हुआ तो मानो ब्रज की लता-पता भी झूम उठीं।श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा। श्रद्धा से सराबोर श्रद्धालुओं के कंठ से यही पंक्तियां बार-बार निकल रही थीं। बीच-बीच में हरे कृष्णा-हरे कृष्णा, हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की जैसे उद्घोष, उल्लास की तरंगों का ज्वार ला रहे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर लालकुआं में बैकुंठ उतर आया हो।

गुरुवार को पुल प्रह्लादपुर के लालकुआं में कान्हा के जन्म पर दृश्य बदला था। मंदिरों में अंधकार नहीं, रंग बिरंगी रोशनियां और पुष्पों की सजावट थी। सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ शाम से ही मंदिरों में दिखाई दे रही थी। जो मुरली मनोहर के जन्मोत्सव का आनंद लेने पहुंची थी। जी- ब्लॉक लालकुआं शिव शक्ति मंदिर को श्रद्धालुओं और मंदिर के कर्मियों ने बड़ी मेहनत से सजाया संवारा था। मंदिर समिति द्वारा भव्य पंडाल लगाया गया था। उस पंडाल के मंच पर छोटे छोटे बच्चे मनमोहक गीतों, भजनों और सुन्दर मनोरम प्रस्तुति दे रहे थे। वहीँ मंदिर समिति के ककारों ने श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए अनेकों झांकिया प्रस्तुत की। कृष्णजन्म के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।

कृष्ण जन्मोत्सव में दिल्ली भाजपा युवा मोर्चा प्रभारी विक्रम बिधूड़ी ने मुख्य रूप से पहुंचे, बच्चों और कलाकारों की प्रस्तुति को देखकर भावविभोर हो गए। उन्होंने कहा कि मैं हर वर्ष अनेकों कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में पहुँचता लेकिन जब लालकुआं का जन्माष्टमी कार्यक्रम में देखता हूँ तो बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने कहा यहाँ पर हर वर्ष श्रद्धालुओं को भीड़ बढ़ती रहती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को डेंगू मलेरिया कहकर अपमान करते हैं, कहते हैं डेंगू मलेरिया को जैसे खत्म करते हैं वैसे ही सनातन को समाप्त करना चाहिए। सनातन को समाप्त करने की घटिया सोच रखने वालों की बुद्धि को भगवान कृष्ण जल्दी ठीक करेंगे। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी, दिवाली, दशहरा आदि पवित्र त्यौहार सनातन का ही रूप है। श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम में राजपाल पोसवाल, प्रकाश पांडेय, मुंशीराम, हरिशंकर, राज कुमार सिंघानिया (राजू), सुरेश, हेतराम सहित अनेकों कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।