विगत दिवस सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से रक्तदान शिविर का किया आयोजन।
डॉ. राजेश कुमार सिंह
वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी
राष्ट्रीय सेवा योजना
सरदार भगत सिंह राजकीय सनातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर
रुद्रपुर। विगत दिवस सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में रक्तदान के लिए स्वयंसेवियों को प्रेरित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डी. सी. पन्त ने कहा कि समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्वों के निर्वाह के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए। स्वैच्छिक रक्तदान इसी तरह का एक पवित्र कार्य है जिसके माध्यम से हम समाज के प्रति अपना योगदान देते हैं। उन्होंने बताया कि रक्तदान एक महादान है। एक स्वस्थ व्यक्ति को निश्चित अंतराल के बात रक्तदान करते रहना चाहिए। इस अवसर पर ज़िला चिकित्सालय रुद्रपुर के ब्लड बैंक के प्रभारी श्री जे. एल. चौधरी ने उपस्थित स्वयंसेवियों को रक्तदान के सम्बन्धित वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारियां प्रदान कीं और रक्तदान से सम्बन्धित भ्रान्तियों का निवारण किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों और प्राध्यापकों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। इस रक्तदान शिविर में कुल 41 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इसमें से कुल 35 पुरुष वर्ग और 6 महिला वर्ग के लोगों ने रक्तदान किया। इस रक्तदान शिविर में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. पी. सी.सुयाल, डॉ. दीपक दुर्गापाल, डॉ. हेमलता सैनी, डॉ. रवीन्द्र कुमार सैनी, डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. अंचलेश कुमार, डॉ. रंजीता जौहरी, श्री जनार्दन काण्डपाल ने भी स्वैच्छिक रुप से रक्तदान किया।
इस रक्तदान शिविर को सम्पन्न कराने में महाविद्यालय के बी. बी. ए. प्रभारी प्रो. पी. एन. तिवारी तथा समाजशास्त्र विभाग प्रभारी प्रो. हेमलता सैनी और प्रो. रवीन्द्र कुमार सैनी तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अपर्णा सिंह तथा स्वयंसेवी कैलाश राठौर, कैलाश, काजल, मोहित शर्मा, रिताक्षी छाबरा तथा पूर्व स्वयं सेवी प्रेम विश्वाश ने विशेष भूमिका निभाई। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी और महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. हरीश चन्द्र, प्रो. शम्भू दत्त पाण्डेय, प्रो. पूनम रौतेला, प्रो. आशा राणा, डॉ. इन्दुशेखर ममगाईं आदि मौजूद रहे।