गौलापार निवासी दीक्षा दुमका को राज्यपाल उत्तराखंड द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से किया गया सम्मानित।
हल्द्वानी। देश में वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए 8-9 फरवरी को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी में यूकॉस्ट द्वारा 18वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूएसएसटीसी) का आयोजन किया गया था, जिसमें गौलापार निवासी और वर्तमान में एनआईटी श्रीनगर उत्तराखंड की शोधार्थी दीक्षा दुम्का को गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य कराए हेतु युवा वैज्ञानिक पुरस्कार हेतु चयनित किया गया, जिसके बाद आज उत्तराखंड के राज्यपाल ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया।

दीक्षा का चयन पूरे देश भर से आमंत्रित शोध कार्यों में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों में से स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा सभी के शोध पत्र प्रस्तुतिकरण और साक्षात्कार के उपरांत चयनित किया गया। दीक्षा वर्तमान में गौलापार, हल्द्वानी की रहने वाली है और उनके पिता श्री बी. बी. दुमका एक व्यवसायी हैं और माता गीता दुम्का एक गृहिणी हैं। दीक्षा ने गणित विषय से स्नाकोत्तर की पढ़ाई एनआईटी जमसेदपुर से की थी और अभी डॉ. कुसुम शर्मा के निर्देशन में शोध कार्य कर रही है, जिसमें उनका शोध का विषय सन्निकटन सिद्धांत और सारांश है। वह अपनी पर्यवेक्षक डॉ. कुसुम शर्मा, अपने गुरु डॉ. सुरेंद्र विक्रम सिंह पडियार की निरंतर प्रेरणा और मार्गदर्शन के लिए आभारी है।
साथ ही, उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुओं, परिवार के सदस्यों को दिया उन्होंने बताया की इन सभी के सहयोग और मार्गदर्शन के बिना कुछ भी उपलब्धियां संभव नही है। दीक्षा की इस उपलब्धि से उनके क्षेत्र में खुशी की लहर है और शिक्षा जगत से अनेक विशिष्ट जनों ने उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई दी।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण










