भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद सहायतित देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत महाविद्यालय भतरौंजखान की अध्ययनरत छात्रा भावना ने स्टार्टअप सीड फंड रु. 75000/- राशि की प्राप्त, विद्यालय ही नहीं पूरे राज्य का नाम किया रोशन।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद द्वारा सहायतित देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत स्टार्टअप सीड फंड रु. 75000/- की एकमुश्त राशि राजकीय महाविद्यालय भतरौंजखान जिला अल्मोड़ा में अध्यनरत भावना बीए पंचम सत्र सुपुत्री श्री भुवन राम माता श्रीमती शांति देवी निवासिनी ग्राम सभा दनपौ के तोक बधाड़ ने अपने अथक प्रयास व कठिन परिश्रम से प्राप्त कर महाविद्यालय समेत पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। इस शुभअवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. सीमा श्रीवास्तव ने भावना को सपरिवार उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी, तथा इस उत्तरोत्तर उन्नति के लिए उज्जवल भविष्य हेतु कामना की।
वहीं इस उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. केतकी तारा कुमैय्यां नोडल अधिकारी, देवभूमि उद्यमिता केंद्र ने माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला, परियोजना निदेशक अमित कुमार द्विवेदी, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद व उनकी पूरी टीम, राज्य नोडल अधिकारी डॉ. दीपक कुमार पांडे, देवभूमि उद्यमिता योजना सचिव डॉ. सुमित कुमार का सहृदय से आभार व्यक्त किया कि उन्होंने दुर्गम क्षेत्र के विद्यार्थियों की रचनात्मक क्षमताओं को खूब परख व पहचान कर उन्हें अपना निस्वार्थ सहयोग दिया।
मालूम हो स्टार्टअप सीड फंड प्राप्त करने के लिए 600 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें कड़ी प्रक्रिया और मापदंडों को सकुशलता पूर्ण पार करते हुए भावना ने अपनी अद्वितीय रचनात्मकता का प्रमाण देते हुए 20 चुनिंदा व उत्कृष्ट अभिनव स्टार्टअप आइडियाज में जगह बनाई। भावना का अद्भुत उद्यम पिरुल से कोयला राज्यस्तर पर काफी सराहा गया, व पर्यावरण समावेशी होने के कारण उसे लाभकारी भी माना गया है। इस उपलब्धि पर डॉ. अजय, डॉ. रुपा, डॉ. रवींद्र, डॉ. पूनम, डॉ. अल्का, समेत कार्यालय स्टाफ ललित, सुनील, भूपेंद्र, गिरीश, रोहित, अरुण समेत महाविद्यालय परिवार ने भावना को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं देकर उज्जवल भविष्य हेतु कामना की है। इधर क्षेत्र के सभी राजनैतिक संगठनो व समाज सेवियों ने भी उन्हें धन्यवाद देकर उनके उज्जवल भविष्य हेतु कामना की है।