राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुणीधार मानिला में गढ़ भोज दिवस से परंपरा बचाने का दिया संदेश।
भिकियासैंण। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुणीधार मानिला के सभागार में वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा “गढ़ भोज दिवस” मनाने के उपलक्ष में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोरखनाथ की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में निबन्ध प्रतियोगिता एवं गढ़ भोज व्यंजन प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. संजय कुमार, जन्तु विज्ञान विभाग द्वारा उत्तराखण्ड के औषधीय गुणों से भरपूर फसलों एवं उनसे बनने वाले गढ़ भोज के संबंध में अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
इसी क्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. पीताम्बर दत्त पन्त, अर्थशास्त्र विभाग ने सभी विद्यार्थियों के समक्ष गढ़ भोज विषयक गहन जानकारी प्रस्तुत की। कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं के साथ पारस्परिक विचार-विमर्श कर उत्तराखण्ड के पारंपरिक व्यंजनों की जानकारी साझा की गई। गढ़ भोज संबंधी निबन्ध प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान की प्राध्यापिकाओं डॉ. संतोष पंसारी तथा डॉ. रेखा की अहम भूमिका रही। निबन्ध प्रतियोगिता के परिणाम तथा व्यंजन प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम की सफलता पूर्वक घोषणा हिन्दी विभाग की प्राध्यापिका डॉ. गार्गी लोहनी द्वारा की गई। निबन्ध प्रतियोगिता में बी.ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्राओं मे रिंकी चमोला, रुपा चमोला, तनुजा शर्मा व दीक्षा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाली उपरोक्त छात्राओं को उनके प्रमाण एवं प्रशस्ति-पत्रों का वितरण कार्य डॉ. गार्गी लोहनी द्वारा करवाया गया। उत्तराखण्ड के पारंपरिक व्यंजनों के बेहतरीन प्रस्तुतीकरण तथा मानव स्वास्थ के लिए उपयोगी उनके औषधीय गुणों की जानकारी देने हेतु बीएससी पंचम सेमेस्टर की छात्रा वन्दना शर्मा एवं बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा तनुजा शर्मा को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन/संयोजक डॉ. शैफाली सक्सेना, वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा संभाला गया। कृतज्ञता ज्ञापन की विधिवत परम्परा हेतु सम्बोधन डॉ. गार्गी लोहनी द्वारा किया गया। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोरखनाथ ने गढ़ भोज दिवस कार्यक्रम में सभी को धन्यवाद दिया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने की कड़ी में डॉ. भावना अग्रवाल, डॉ. उदय शर्मा, डॉ. खुशबू आर्या, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. कविन्द्र भट्ट आदि उपस्थित रहे।