डॉ. प्रताप बिष्ट राजकीय महाविद्यालय भिकियासैंण में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के तहत जनजातीय गौरव दिवस का हुआ आयोजन।
भिकियासैंण। डॉ. प्रताप बिष्ट राजकीय महाविद्यालय भिकियासैंण में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. शर्मिला सक्सेना के दिशा-निर्देशन में इतिहास विभाग प्रभारी डॉ. दीपा लोहनी द्वारा संचालित किया गया। इस अवसर पर ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर शर्मिला सक्सेना ने बिरसा मुंडा जी के शौर्य एवं बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया एवं छात्र-छात्राओं को संबोधित कर कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हमें राष्ट्रप्रेम, साहस और संघर्ष का संदेश देता है। हमें इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। इतिहास विभाग प्रभारी डॉ. दीपा लोहनी ने जननायक बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वें भारतीय इतिहास के ऐसे नायक थे, जो जनजातीय समाज की उन्नति और अधिकारों के लिए संघर्षशील रहे और आदिवासी समाज को संगठित कर उन्हें एक नई दशा और दिशा प्रदान की।
जंतु विभाग के प्राध्यापक डॉ. दयाकृष्ण ने बताया कि किस तरह बिरसा मुंडा ने ‘उलगुलान’ आंदोलन के माध्यम से जनजातीय समुदाय को संगठित कर उन्हें अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया। रसायन विभाग के प्राध्यापक डॉ. साबिर हुसैन ने बिरसा मुंडा के संघर्ष और राष्ट्रप्रेम को याद करते हुए आजादी की लड़ाई में उनके योगदान पर चर्चा की। वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डॉ. राजीव कुमार ने बिरसा मुंडा के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कही और कहा कि जीवन लंबा न सही प्रभावशाली होना चाहिए। प्रयोगशाला सहायक शेर सिंह ने बिरसा मुंडा के पच्चीस वर्षीय जीवन को अद्वितीय बताते हुए उनकी उपलब्धियों को अविस्मरणीय बताया।
इस मौके पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ज्योति, दीपक रावत, मोहित धौलाखण्डी, दीपा नैलवाल, सिमरन आदि ने भाषण और कविता के माध्यम से जननायक बिरसा मुंडा को याद किया। प्राचार्य प्रो. शर्मिला सक्सेना द्वारा सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया। इस अवसर पर डॉ. विश्वनाथ पांडे, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. दयाकृष्ण, डॉ. सुभाष चंद्र, डॉ. साबिर हुसैन, डॉ. राजीव कुमार, शेर सिंह एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन इतिहास विभाग प्रभारी डॉ. दीपा लोहनी द्वारा किया गया।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण





































