भिकियासैंण फल संरक्षण प्रशिक्षण केंद्र का डेढ़ माह बाद खुला ताला।
भिकियासैंण। नगर पंचायत भिकियासैंण में स्थित फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र का सोमवार से संचालन शुरु हो गया है। उद्यान विभाग की ओर से केंद्र में कर्मचारियों की तैनाती कर ली गई है। इस केंद्र के फिर से सुचारु होने से लोगों को राहत मिलेगी। अब लोग फलों आदि से विभिन्न उत्पाद बना सकेंगे। राजकीय सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र में छह कर्मचारियों के सापेक्ष वर्तमान में एक भी कर्मचारी तैनात नहीं है।
ज्ञातव्य हों कि केंद्र में तैनात एकमात्र फल संरक्षण कार्यालय प्रभारी बीते 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो गए थे। इसके बाद केंद्र पर ताला लटक गया था। केंद्र बंद होने से भिकियासैंण ब्लॉक के अलावा सल्ट, स्याल्दे, चौखुटिया और ताड़ीखेत के दो हजार से ज्यादा बागवान परेशान थे। बागवानों की इस परेशानी को देखते हुए उतर उजाला ने प्रमुखता से मामला उठाया था। खबर प्रकाशित होने के बाद अब उद्यान विभाग हरकत में आया। विभाग की ओर से दूनागिरी से एक कर्मचारी को भिकियासैंण स्थित केंद्र में संबद्ध कर दिया गया है। विभाग के मुताबिक यह कर्मचारी ने सोमवार से केंद्र में कार्य करना शुरु कर दिया गया है।
वहीं इसके अलावा रानीखेत केंद्र से भी पर्यवेक्षक प्रभारी प्रमोद कुमार को यहां हफ्ते में दो दिन के लिए नियुक्त किया है। वह बृहस्पतिवार व शनिवार को भिकियासैंण में कार्य करेंगे। कर्मचारियों की तैनाती के बाद से केंद्र का संचालन शुरु हो गया है। इसका लाभ विभिन्न ब्लॉकों के बागवानों को मिलेगा। इधर डॉ. नरेंद्र कुमार मुख्य उद्यान अधिकारी ने बताया कि दूनागिरी से एक कर्मचारी को भिकियासैंण के केंद्र में संबद्ध कर दिया गया है। सोमवार से केंद्र का संचालन शुरु हो गया है। इसके अलावा सप्ताह में दो दिन के लिए रानीखेत से भी एक कार्मिक को इस केंद्र पर भेजा जाएगा।
लंबे समय से कर्मचारियों के पद रिक्त –
भिकियासैंण के इस राजकीय सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र में लंबे समय से कर्मचारियों के पद रिक्त चल रहे है। सहायक प्रभारी का पद चार साल, पर्यवेक्षक का सात और चौकीदार का एक साल से पद रिक्त है। दो परिचर के पदों पर तो तैनाती ही नहीं दी गई है। स्थानीय लोगों ने उद्यान विभाग से रिक्त पदों पर जल्द तैनाती की मांग की है।