अंडरस्टैंडिंग सस्टेनेबल होमस्टे टूरिज्म एज़ ए ड्राइविंग फैक्टर ऑफ टूरिस्ट्स सैटिस्फैक्शन थ्रू स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग: केस ऑफ कुमाऊं रीजन ऑफ उत्तराखंड विषय पर 14 व 15 फरवरी को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का होगा आयोजन।
हल्द्वानी (नैनीताल)। आई. सी. एस. एस. आर. नई दिल्ली एवं एम.बी.पी.जी. कॉलेज हल्द्वानी के सयुंक्त तत्वावधान में 14 एवं 15 फरवरी को “अंडरस्टैंडिंग सस्टेनेबल होमस्टे टूरिज्म एज़ ए ड्राइविंग फैक्टर ऑफ टूरिस्ट्स सैटिस्फैक्शन थ्रू स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग: केस ऑफ कुमाऊं रीजन ऑफ उत्तराखंड” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होने जा रहा है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में सतत होमस्टे पर्यटन स्थानीय संस्कृति, पारंपरिक जीवन शैली और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ पर्यटक अनुभव को समृद्ध करता है। पर्यटक संतुष्टि को समझना पर्यटन विकास के लिए महत्वपूर्ण है। संरचनात्मक समीकरण मॉडलिंग (SEM) के माध्यम से प्रेरक कारकों जैसे सेवा गुणवत्ता, स्थानीय भोजन, आतिथ्य, और पर्यावरणीय स्थिरता का विश्लेषण किया जा सकता है। यह अध्ययन पर्यटक अनुभव में सुधार और स्थानीय समुदायों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। यह न केवल पर्यटक संतुष्टि बल्कि आर्थिक समृद्धि और सतत पर्यटन विकास को भी सुनिश्चित करता है।
इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य अतिथि के रुप में प्रोफेसर अंजू अग्रवाल निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड उपस्थिति रहेगी। संरक्षण की भूमिका में प्रोफेसर एन. एस. बनकोटी प्राचार्य एम.बी.पी.जी. कॉलेज हल्द्वानी सेमिनार में मागदर्शन करेंगे। सम्मानित अतिथि के रुप में डॉ. बी. सी. मलकानी, पूर्व निदेशक उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड और डॉ. भगवती वर्मा, पूर्व उपनिदेशक, उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
सेमिनार के मुख्य वक्ता डॉ. रियान हबीब, वरिष्ठ डेटा वैज्ञानिक, लीबनिज इंस्टीट्यूट ऑफ इकोलॉजिकल अर्बन एंड रीजनल डेवलपमेंट, ड्रेसडेन, जर्मनी, सस्टेनेबल होमस्टे टूरिज्म में स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग (SEM) के उपयोग पर अपने विचार रखेंगे। प्रो. गोविंद पाठक सहायक निदेशक उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड भी सत्र को संबोधित करेंगे।
सेमिनार में देश-विदेश के कई शोधकर्ता, शिक्षाविद् और पर्यटन विशेषज्ञ कुमाऊं क्षेत्र के पर्यटन में संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन प्रोफेसर कमरुद्दीन ने बताया कि इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में प्लेनरी सेशन के अतिरिक्त पाँच समानांतर सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। सेमिनार में चयनित शोध पत्रों का प्रकाशन भी किया जाएगा।