हर घर जल योजना के बावजूद रामगंगा चमड़खान पेयजल योजना ठप, लोगों को एक सप्ताह बाद मिल रहा है पानी – एस. आर. चन्द्रा।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। ज्यों-ज्यों गर्मी बढ़ती जा रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट गहराने लगा है। पानी को लेकर सर्वत्र हाहाकार मचा हुआ है। अभी गर्मी शुरु हुई नहीं कि प्राकृतिक जल स्रोतो में पानी घटने लगा है। चमड़खान पम्पिंग योजना के साथ ही हर घर जल योजना भी शोपीस बनकर रह गई है। पेयजल आपूर्ति के सार्वजनिक नलों पर पानी के लिए पहले सुबह से ही लोगों की भीड़ लग जाती है, लेकिन वहां भी प्रतिदिन पानी नहीं आने से लोग मायूस हो जाते है। पानी की किल्लत से लोगों की रात की नींद भी हराम हो गई है। ककलासो व सिलोर घाटी के विभिन्न गाँवों में अभी प्रचंड गर्मी शुरु नहीं हुई, लेकिन अभी से पेयजल आपूर्ति का पेयजल संकट गहराता जा रहा है। वहीं सूत्रों की माने तो पानी सप्लाई के समय सिरमोली में बने रिजॉर्ट स्वामियों द्वारा पानी आते समय टुल्लू पंप को चालू कर देते है, जिससे वैसे लोग जो मोटर चलाते है उन्हें तो पानी मिल जाता है, लेकिन अगल-बगल के लोगों को पानी नहीं मिल पाता है, जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों ने कहा कि इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों से करने के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
रामगगा चमड़खान पेयजल योजना से लाभान्वित होने वाले सैकड़ों गाँव पेयजल से परेशान है। सम्बधित विभाग तो आए दिन सोए रहता है, उन्हें इस योजना को देखना ही नहीं है कि गाँवों में पानी की आपूर्ति हो पा रही है या नहीं। एक-एक हफ्ते बाद बमुश्किल लोगों को पानी मिल पा रहा है, वह भी कभी-कभी गन्दा पानी। लोगों का विभाग के प्रति रोष बढ़ते जा रहा है, यदि समय रहते जलापूर्ति नहीं हो सकी तो एक बड़ा जन आन्दोलन करना लोगों की मजबूरी हो जाएगी।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण




