राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में राष्ट्रीय मादक पदार्थ हेल्पलाइन मानस (1933) पर हुई चर्चा।
भवाली/रामगढ़। राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में एंटी ड्रग प्रकोष्ठ के तत्वावधान में ड्रग मुक्त देवभूमि अभियान के तहत निबंध प्रतियोगिता एवं मिशन ड्रग फ्री कैंपस के तहत मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु मानस हेल्पलाइन 1933 के प्रचार प्रसार के संबंध में व्यापक चर्चा परिचर्चा की गई।
निबंध प्रतियोगिता में पायल रावत, पूजा जोशी, काजल, अंजलि, दीपक, जयप्रकाश, मनीषा, रिया, बबीता, रेनू आर्य, शीतल बिष्ट, रेखा आर्य, नित्या शाह और तनुजा दरमवाल ने प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों के द्वारा एक स्वर में अपने विचारों में नशे को विनाश का कारण बताया और देवभूमि को नशा मुक्त करने का संकल्प लिया। उनके द्वारा विविध उपायों से, जिसमें नशा मुक्ति परामर्श केंद्र, जागरुकता अभियान, पुनर्वास कार्यक्रम, स्वस्थ आहार, मानसिक स्वास्थ्य का होना, शिक्षा, तनाव से दूर रहना, परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध, व्यायाम, परिवार व मित्रों का समर्थन, पर्याप्त नींद, अवसाद मुक्त जीवन, सकारात्मक सोच, सादा जीवन-उच्च विचार और अच्छी संगत के माध्यम से नशे को नष्ट करने की बात कही गई।

मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए मानस हेल्पलाइन 1933 पर डॉक्टर हरीश चंद्र जोशी ने व्यापक चर्चा की। छात्र-छात्राओं को मानस के बारे में बताते हुए कहा कि मानस 1933 एक पोर्टल है, जिसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के लिए 24*7 टोल फ्री नंबर 1933 पर मादक पदार्थों से संबंधित जानकारी दी जा सकती है। मानस पोर्टल गोपनीयता की गारंटी देता है। मानस एनडीपीएस अधिनियम के तहत त्वरित कार्रवाई का वादा करता है। मादक पदार्थ निर्देश सूचना केंद्र (मानस) देश को नशा मुक्त करने का एक प्रबल माध्यम है। महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर राष्ट्रीय मादक पदार्थ हेल्पलाइन मानस 1933 के पोस्टर लगाकर जागरुकता अभियान का आगाज किया गया।
एक युद्ध नशे के विरुद्ध को और प्रभावी बनाने के लिए मानस 1933 का प्रचार-प्रसार आमजन मानस में करने के लिए छात्र-छात्राओं ने संकल्प लिया। प्राचार्य प्रोफेसर नगेंद्र द्विवेदी ने मानस के बारे में आम अवाम को बताने के लिए छात्र-छात्राओं से आह्वान किया। इस अवसर पर डॉ. माया शुक्ला, डॉ. संध्या गढ़कोटी, डॉ. हरेश राम, डॉ. नीमा पंत, हिमांशु बिष्ट, कविंद्र प्रसाद, सुश्री दीप्ती, कमलेश, कुंदन नाथ गोस्वामी, प्रेम भारती सहित रिया नेगी, काजल, बबीता, राधा बिष्ट, नेहा भंडारी, चित्रा भंडारी, कुमकुम रतन, रश्मि, उर्मिला, नित्या शाह ने विशेष सहयोग प्रदान किया।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण