अंतिम दिवस में नामांकन पत्रों की जांच को लेकर कांग्रेस व भाजपा में तीखी नोंक-झोंक, एक-दूसरे पर लगाए आरोप।
भिकियासैंण। नामांकन पत्रों की जांच के अंतिम दिन नामांकन पत्रों को निरस्त किए जाने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रिटर्निंग अधिकारी पर सत्ता पक्ष के दबाव में कुछ नामांकन पत्रों को निरस्त किए जाने का आरोप लगाया है जिस पर ब्लॉक परिसर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। बड़ी गहमागहमी के बीच पुलिस ने स्थिति को भांपकर तत्परता से उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा तथा भाजपा नेता सतीश नैनवाल को समर्थकों के साथ समझा-बुझाकर ब्लॉक परिसर से बाहर ले गई, जिससे शान्ति व्यवस्था बनाई गई।

नांमाकन पत्रों को निरस्त करने की शिकायत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा से की, जिसके बाद अध्यक्ष करन माहरा डेढ़ बजे के आस-पास विकासखंड कार्यालय पहुंच गए। पहले से ही वहां भाजपा नेता सतीश नैनवाल अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। दोनों पक्षों के समर्थकों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरु कर दी। माहौल बिगड़ते देख सीओ रानीखेत विमल प्रसाद तथा प्रभारी निरीक्षक भतरौंजखान सुशील कुमार दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर परिसर से बाहर ले गए, जिससे काफी देर बाद माहौल शांत हो पाया।

इस दौरान कांग्रेस से नगर पंचायत अध्यक्ष भिकियासैंण दीपक बिष्ट, पूर्व प्रमुख भगवती रिखाड़ी, चन्द्र शेखर, जय प्रकाश नेगी, नरेन्द्र सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष महिपाल बिष्ट, रमेश चंद्र आदि थे। वहीं भाजपा पक्ष से विधायक प्रतिनिधि सतीश नैनवाल, भाजपा मण्डल अध्यक्ष प्रेम रावत, कृपाल रावत, प्रदीप लखचौरा, दिनेश पाल, चन्दन विश्वकर्मा, धन सिंह कड़ाकोटी आदि थे।
भिकियासैंण। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा सत्ता पक्ष का दबाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के दबाव में भिकियासैंण ब्लॉक में कई प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जिस प्रकार से भाजपा द्वारा सत्ता का दुरुपयोग किया है। वहीं इधर भाजपा का कहना है कि भाजपा ने कोई सता का दबाव नहीं किया है। नामांकन जांच अधिकारियों द्वारा प्रत्याशियों के आवेदन में कमी पाए जाने के कारण नामांकन निरस्त किए गए हैं।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल






