पहाड़ में चकबन्दी को लेकर यूकेडी नेताओं ने उपजिलाधिकारी को दिया ज्ञापन।

भिकियासैंण। उत्तराखंड चकबंदी मंच के आह्वान पर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में चकबंदी कराए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को एक ज्ञापन सौंपा। उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता तुला सिंह तड़ियाल के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी भिकियासैंण सीमा विश्वकर्मा को सौंपा गया। तहसील मुख्यालय पर हुई बैठक में हल्द्वानी से आए उतराखंड चकबंदी मंच के के. डी. तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखंड पर्वतीय क्षेत्रों के लिए जोत चकबंदी एवं भूमि व्यवस्था नियमावली 2020 के नियम 56 द्वारा प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए महामहिम राज्यपाल ने राज्य के मैदानी क्षेत्रों को छोड़कर समस्त पर्वतीय क्षेत्रों हेतु चकबंदी अधिकारियों की तैनाती के शासनादेश 28 अगस्त 2020 को जारी हो चुके हैं, परंतु सरकार की ओर से अभी तक इस शासनादेश पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

बैठक में सभी वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि, उतराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जब तक चकबंदी नहीं की जाती, तब तक यहाँ से पलायन नहीं रोका जा सकता। छिटके खेत होने के कारण जंगली जानवरों ने यहाँ के कृषि पर आधारित कारोबार को ही खत्म कर दिया है। वर्तमान समय में उतराखंड चकबंदी मंच के माध्यम से पूरे प्रदेशभर में ज्ञापन दिए जा रहे हैं, यदि सरकार इस जनपक्षीय मुद्दे पर कोई कार्यवाही नहीं करती है, तो इसके लिए जन आंदोलन किया जाएगा। बैठक में पूरन सिंह मावड़ी को तहसील कोर्डिनेटर नियुक्त किया गया। बैठक को राज्य आन्दोलनकारी व पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रयाग दत्त शर्मा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य ताड़ीखेत प्रहलाद सिंह, एडवोकेट विक्रम मावड़ी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य पूरन सिह मावड़ी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख भिकियासैंण दीवान भण्डारी, सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल सिंह रावत, प्रकाश चन्द्र आर्य, रमेश चन्द्र सिंह बिष्ट, वी. डी. मठपाल, के. डी. तिवारी आदि लोगों ने सम्बोधित किया।

रिपोर्टर- रिया सोलीवाल

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