आईजी कुमाऊँ रिद्धिम अग्रवाल ने अधीनस्थों को दिए कड़े निर्देश, लापरवाही कतई नहीं होगी बर्दाश्त।
हल्द्वानी (नैनीताल)। पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र रिद्धिम अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को हल्द्वानी में अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित हुई। बैठक में कुमाऊँ रेंज के सभी एसएसपी, एसपी, राजपत्रित अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारीगण उपस्थित रहे।
आईजी रिधिम अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री तथा पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने राज्य में अपराध-मुक्त वातावरण के मिशन को साकार करना है जिसके तहत कुमाऊँ में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सख्त निर्देश देते हुए कहा कि खुद को मठाधीश ना समझे SHOs और SO’s अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाए। आपराधिक घटनाओं में लापरवाही बरतने पर संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध 24 घंटे के भीतर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में अपराध नियंत्रण, लंबित मामलों का निस्तारण, महिला शवों की शिनाख्त, गुमशुदगी, नशा विरोधी अभियान, विवेचना की गुणवत्ता और आगामी त्यौहारों व छात्रसंघ चुनावों की कानून-व्यवस्था को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के प्रमुख बिंदुओ में —
1- अज्ञात महिला शवों की शिनाख्त:
*पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे अज्ञात महिला शवों की शिनाख्त अभियान की गहन समीक्षा।
*डीएनए प्रोफाइलिंग, फेस रिकग्निशन तकनीक, फोटो प्रसार व स्थानीय मीडिया/सोशल मीडिया का सहयोग लेने के निर्देश।
*किसी शव की पहचान अधर में नहीं रहनी चाहिए, हर पीड़ित परिवार को न्याय व Closure मिलना चाहिए।
2 – लंबित वाहनों का निस्तारण:
*1 जून 2025 से चल रहे लंबित वाहनों के निस्तारण अभियान की समीक्षा।
*एक माह के भीतर सभी लंबित वाहन न्यायालय की अनुमति से नीलामी/स्क्रैपिंग प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश।
*थानों के मालखानों में पड़े वाहन Dead Stock नहीं हैं, यह न्यायिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता का प्रतीक हैं।
3- एनडीपीएस मालों का निस्तारण:
*2015 तक के लंबित एनडीपीएस माल शीघ्र निस्तारित करने के आदेश।
*अदालतों के आदेशों के अनुरुप Disposal हेतु विशेष ड्राइव चलाने के निर्देश।
*एनडीपीएस मामलों में ज़ब्त माल लंबे समय तक सुरक्षित रखना सुरक्षा और विधिक दोनों दृष्टि से जोखिमपूर्ण है।
4- गुमशुदा महिलाएँ/बालिकाएँ एवं केस ऑफिसर स्कीम:
*गुमशुदगी मामलों को Top Priority पर रखते हुए केस ऑफिसर स्कीम लागू करने के निर्देश।
*थाना स्तर पर Dedicated Officer नियुक्त करने को कहा गया।
*हर बेटी सुरक्षित घर लौटे – यही पुलिस का संकल्प है।
5- विवेचना, क्षेत्राधिकारियों का कार्य एवं ओ-आर:
*लंबित विवेचनाओं पर नाराजगी जताई और कहा – बहाने नहीं, नतीजे चाहिए।
*प्रत्येक क्षेत्राधिकारी को साप्ताहिक O.R. बैठक आयोजित कर विवेचनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का आदेश।
*अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड महोदय के गोष्ठी के क्रम में 6 माह से अधिक लम्बित विवेचना, शिकायती प्रार्थना पत्र एवं विभागीय जाँचों का 15 दिवस में निस्तारित करने के आदेश।
बैठक में प्रहलाद नारायण मीणा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल, ऑनलाईन, मणिकान्त मिश्रा (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, उधम सिंह नगर, देवेन्द्र पींचा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अल्मोड़ा, अजय गणपति पुलिस अधीक्षक चम्पावत, रेखा यादव पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़, चन्द्रशेखर घोडके पुलिस अधीक्षक बागेश्वर, निहारिका तोमर एसपी क्राइम रुद्रपुर आदि अन्य राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।
इससे पूर्व आईजी ने सभी थाना प्रभारियों के साथ ऑनलाइन गोष्ठी लेकर आगामी छात्र संघ चुनाव, नन्दा अष्टमी एवं वारावफात के दौरान शांति व सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के कड़े निर्देश दिए।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल










