संगीतमय श्रीमद् भागवत महायज्ञ का पूर्णाहुति व विशाल भण्डारे के साथ हुआ संपन्न।
मानिला (अल्मोड़ा)। संगीतमय श्रीमद् भागवत महायज्ञ का समापन महायज्ञ की पूर्णाहुति व विशाल भण्डारे के साथ हुआ। पूर्णाहुति को नित्य पाठ-पूजा के उपरांत आचार्य पं. गोपाल दत्त उपाध्याय, पूरन चन्द्र भट्ट, पीताम्बर पंडित व किशोर नैनवाल द्वारा सम्पन्न कराया गया। इसके उपरांत मुख्य यजमान जी. एस. चौहान व उनके पारिवारिक जनों के द्वारा श्री राधा कृष्ण मंदिर में पूजा कर व्यासपीठ व कथाव्यास महाराज को दीपज्योति के साथ नमन-वंदन करते हुए श्रीमद्भागवत कथा को कथाव्यास ने सुंदर सुमुख से वाचन किया।
कथा स्थल श्री राधा कृष्ण मंदिर चौहान कॉलोनी मानिला में पधारे सभी भक्तजनों ने कथा का बड़े ध्यान से श्रवण किया। कथाव्यास ने कृष्ण व सुदामा के असीम प्रेम के प्रसंग का वाचन करते हुए कहा कि हम सब के बीच भी भक्तवत्सल भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा की तरह प्रेम होना चाहिए।
मुख्य यजमान जी. एस. चौहान, समस्त चौहान परिवार, ग्रामवासी एवं मित्रगणों द्वारा कथा स्थल में पधारे सभी भक्तजनों का स्वागत-अभिनंदन करते हुए सभी के अपार सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया गया। इस महायज्ञ को सफल बनाने में ध्यान सिंह चौहान, के. एस. बंगारी, के. एस. बिष्ट, उमेद सिंह चौहान, आनंद चौहान, नंदन सिंह मनराल, हरीश चौहान, प्रकाश चौहान, कृपाल चौहान, चन्द्रशेखर गहत्याणी, श्रीमती राधा देवी, दीपा देवी, मंजुलिका, बसन्ती देवी, माहेश्वरी देवी द्वारा निष्काम भाव से सेवा की गई।
संगीतकार रमेश नेगी, गणेश सिंह रावत, कृष्णा रावत, बालकृष्ण नैनवाल, हिमांशु नैनवाल द्वारा कथा को सुमधुर संगीत व गायन के साथ सभी भक्तजनों को भक्ति में सरोबार कर दिया। टैण्ट, विद्युत, साउंड व्यवस्था में प्रकाश लखेड़ा व भोजन व्यवस्था में मोहन चन्द्र, डिकर सिंह बंगारी, भुवनचन्द्र धिल्डियाल, पूरन सिंह अधिकारी, दामोदर सती, शंकरगिरी, विनय भट्ट का सराहनीय सहयोग रहा।
इस अवसर पर पीताम्बर लखचौरा, कृपाल सिंह शीला, हरीसिंह नेगी, किशोर नैलवाल, ईश्वर चन्द्र, यशवन्त चौहान, नंदन सिंह खाती, साक्षी, गार्गी, भवन्या, यशपाल, सुरेन्द्र, आरती आदि भक्तजन उपस्थित थे।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल








