उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा शुक्रवार को दूरस्थ शिक्षा के उत्थान हेतु एक व्याख्यान किया गया आयोजित।
अल्मोड़ा। स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड आईटी द्वारा आयोजित इस व्याख्यान में बड़ी संख्या में ऑनलाईन भी छात्रों ने प्रतिभाग किया। मुक्त और दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रमों को उत्कृष्टता देने हेतु छात्रों के लिए प्रमुख रणनीतियों पर केंद्रित इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के तौर पर इग्नू के विशेषज्ञ प्रो. संदीप सिंह रावत ने विस्तार से दूरस्थ शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बेहतर रणनीति अपनाकर छात्र इसका भरपूर लाभ ले सकते है। उन्होंने बताया कि ऑनलाईन प्लेटफॉर्म में छात्र अधिकांश अवसरों को गंवा देते है।
वक्ताओं ने बताया कि किस प्रकार मुक्त और दूरस्थ शिक्षा हमें लचीला और उदार मंच प्रदान करता है। छात्रों को इसमें अपने लक्ष्य स्पष्ट करते हुए इस हेतु स्वप्रेरणा की अधिक आवश्यकता होती है। अध्ययन में निरंतरता के साथ शिक्षकों से निरंतर जुड़ा रहना भी महत्वपूर्ण हो जाता है। अध्ययन हेतु आधुनिक उपकरणों को व्यवस्थित करने के साथ एआई के विभिन्न निःशुल्क टूल को किस प्रकार उपयोग किया जाना है, इसकी जानकारी भी विस्तार से दी गई। छात्रों को बताया कि जिस अनुपात में वे जिज्ञासु होंगे उसी अनुपात में उन्हें जानकारी मिलती रहेगी।
वक्ताओं ने छात्रों को गूगल क्लासरुम, ब्लैकबोर्ड, कैनवा, एडमैडो, फ्लिपग्रिड, ल्यूमस लर्निंग, ऑनलाईन होमवर्क प्लेटफार्म, जूम जैसे उपकरणों व मंचों के उपयोग की जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार छात्र अपने मोबाईल का सदुपयोग कर दूरस्थ शिक्षा को अपने लिए लाभकारी बना सकते है। ऑनलाइन और मौके पर उपस्थित छात्रों की जिज्ञासा पर उन्हें इसका प्रयोगात्मक प्रदर्शन भी करके दिखाया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से जुड़े प्रो. जितेंद्र पाण्डे, प्रो. आशुतोष भटट, डॉ. बालम सिंह, आशीष, डॉ. शिल्पा, रिया, ललिता, डॉ. नीलिमा आदि फैकल्टी सदस्यों ने प्रतिभाग किया।