एमबी राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी में करियर अपॉर्चुनिटी एंड फेसिंग कॉम्पिटिशन शीर्षक पर हुई आयोजित कार्यशाला।
हल्द्वानी। एम० बी० राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी द्वारा “करियर अपॉर्चुनिटी एंड फेसिंग कॉम्पिटिशन” शीर्षक पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि तथा की नोट स्पीकर के रूप में माननीय कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत जी तथा आईजी पुलिस कुमाऊं संभाग आईपीएस डॉ० नीलेश आनंद भरणे जी उपस्थित रहे। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ० सी०डी० सूठा जी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर एन०एस० बनकोटी तथा डॉ० हीरा सिंह भाकुनी रहे। इस कार्यक्रम में हल्द्वानी में स्थित शिवा आईएएस कोचिंग के सीईओ सत्यम भी उपस्थित रहे। सर्वप्रथम मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन किया गया, तथा महाविद्यालय की बी०एड० छात्राओं द्वारा स्वागत गीत तथा नृत्य के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत की गई,उसके उपरांत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर एन०एस० बनकोटी द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि तथा की-नोट स्पीकर सीनियर आईएएस कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अपने अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया, इसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने तैयारी की, कैसे विषयों का चयन किया, कितने घंटे किस विषय को देना है,इस पर मुख्य बातें कही। इसके साथ उन्होंने वर्तमान में घटने वाली स्थानीय, राष्ट्रीय व वैश्विक घटनाओं पर समसामयिक विषयों का अध्ययन भी समय-समय पर करते रहना चाहिए को भी कहा। श्री रावत ने बताया की योग व मेडिटेशन इस तैयारी में आने वाली नकारात्मकता को दूर करने में सहयोग प्रदान कर सकती है। आईजी पुलिस कुमाऊं डॉ० नीलेश भरणे जी ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि अपने को कैसे शांत रखना है, कैसे हमें निरंतर उपलब्धि के करीब जाना है। उन्होंने सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता दी उन्होंने बताया कि मनोविज्ञान विषय का भी अध्ययन इसमें महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपको समय-समय पर स्वयं को जानने के लिए सहायता प्रदान करता है। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वह 7 प्रयासों के उपरांत आईपीएस की परीक्षा में सफल हुए, जिससे उन्होंने इसके साथ यही संदेश दिया कि हिम्मत कभी नहीं हारनी चाहिए और लगातार लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रयास करते रहना चाहिए और अपने को स्व-प्रेरित हुए, खुद को नकारात्मकता से दूर रखना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों की सहायता हेतु एक उत्तराखंड पुलिस का नंबर भी जारी किया जिसके माध्यम से कोई भी विद्यार्थी किसी भी प्रकार की उत्तराखंड से संबंधित जानकारी व सुझाव प्राप्त कर उनसे संपर्क (नंबर- 8077713006) कर सकते हैं। शिवा आईएएस के अध्यक्ष सत्यम ने वर्तमान में यूपीएससी सिविल सर्विसेज के पाठ्यक्रम और परीक्षा में आने वाले प्रश्न पत्रों की विस्तार से जानकारी प्रदान की। नए विद्यार्थियों को जो आईएएस की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए संदर्भ पुस्तिकाओं की एक सूची भी उपलब्ध कराई। डॉ० उच्च शिक्षा निदेशक डॉ० सी०डी० सूठा जी ने अपने विचार रखें, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सर्वप्रथम अपने लक्ष्य को निर्धारित करें और उस पर फोकस करते रहे। यहां पर उन्होंने अर्जुन और द्रोणाचार्य का उदाहरण भी दिया। उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यशाला की भूरी-भूरी प्रशंसा की। तथा डॉ० भाकुनी के प्रयासों की भी प्रशंसा की गई। निदेशक द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथियों में दीपक रावत तथा डॉ० नीलेश भरणे का विभाग और महाविद्यालय की तरफ से धन्यवाद दिया गया। अंत में मुख्य अतिथियों के द्वारा प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों में (सुरेंद्र बोरा, कुबेर मेवाड़ी, चंद्रा पांडे, हितेश, सौरभ, अंजलि, निशान आदि) आए हुए मुख्य अतिथियों से अपनी समस्याओं तथा अपने संदेहों को पूछा। मुख्य अतिथियों द्वारा बड़ी शालीनता व तार्किक ढंग से विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर दिया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम के सफल समापन के लिए उन्होंने कार्य में लगे सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० हीरा सिंह भाकुनी द्वारा किया गया, जिसमें महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० कमरुद्दीन आलम, डॉ० महेश कुमार, डॉ० नवल किशोर लोहनी, डॉ० कमला पंत, डॉ० जे०सी० जोशी, डॉ० दी दीपा गोबाड़ी, डॉ० शुबरा कांडपाल, डॉ० उर्वशी पांडे, डॉ० विजय लक्ष्मी शर्मा, डॉ० विनय चंद्र, डॉ० ममता अधिकारी, डॉ० चंद्रकांता आदि उपस्थित रहे।