भिकियासैण /नैनीताल। उत्तराखंड राज्य को बने हुए लगभग 22 वर्ष बीतने के बाद भी आज तक सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं को प्राप्त करना आम जनता के लिए बहुत ही मुश्किल साबित हो रहा है। जहाँ एक ))ओर उत्तराखण्ड सरकार जन-जन तक सरकारी सुविधाओं को पहुंचाने का दावा करती है। )वहीँ, दूसरी ओर अनेकों ग्रामवासी सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं को पाने के लिए तरस रही है। बता दें कि कोरोना काल हो या आपदा का समय आने पर सरकार पीड़ित परिवारों को घर-घर सुविधा पहुंचाने के कार्यों को युद्धस्तर पर करती है। परन्तु आज भी ग्राम प्रधान सरकार की सुविधाओं )को जन मानस तक नहीं पहुंचाते हैं।
बता दें कि बीते वर्ष नैनीताल जिले के तहसील खैरना (गरमपानी) ब्लॉक बेतालघाट के गांव धनियाकोट जोग्याड़ी में भीषण बारिश के कारण कई घरों के सामने से दिवार टूटकर गिर गयी और कुछ घरों में दरार भी आयी थी, जिसकी जानकारी ग्राम प्रधान और विभाग को दी गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई बल्कि कोई अधिकारी )मौका मुआयना करने भी नहीं पंहुचा।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार घरों के छतिग्रस्त होने की लिखित और मौखिक शिकायत ग्राम प्रधान, उपजिलाधिकारी और जिलाधिकारी को दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। ग्राम जोग्याड़ी धनियाकोट के कई पीड़ित परिवार आज भी उत्तराखण्ड की धामी सरकार से सहायता की उम्मीद लगाए हुए हैं। ग्रामवासियों ने बताया कि हमेशा टूटे हुए घरों में रहने का डर बना रहता है और मवेशियों को भी बाहर खुले आसमान के नीचे बांधना पड़ रहा है। बता दें कि बीते वर्ष अक्टूबर महीने में भीषण बारिश से उक्त गांव में काफ़ी घर टूट गए कई घरों में दरार पहुंची थी। पीड़ित परिवार सरकार से गुहार लगाकर सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।