सुप्रसिद्ध तामाढौन-वल्मरा माँ भगवती मंदिर में आज सोमवार से श्रीमद् भागवत कथा हुई शुरु, महिलाओं ने कलश यात्रा निकाल कर क्षेत्र वासियों को किया भाव विभोर।


भिकियासैण/स्याल्दे। विकास खण्ड स्याल्दे के ग्राम तामाढौन (वल्मरा) में एतिहासिक पौराणिक माँ भगवती मंदिर में आज से शुरु हो गयी है। सोमवार से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन क्षेत्र की महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाल कर संकीर्तन के साथ शुरूआत की। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रोज नित्य भाव से कलश स्थापना, पूजा अर्चना व कथा वाचन, शांय में भजन के साथ ही 14 अगस्त को विशाल भडारे के साथ सम्पन्न होगी।

श्रीमद् भागवत कथा में मुख्य कथा वाचक डॉ. जीवन चन्द्र जोशी शात्री जी महाराज तामाढौन, मुख्य यजमान श्री पृथ्वी पाल मनराल, ग्राम प्रधान तामाढौन व प्रवक्ता हरीदत्त बेलवाल जी है। आज सुबह तामाढौन-वल्मरा के दर्जनों महिलाओ ने भव्य कलश यात्रा निकाल कर क्षेत्र वासियों को भजन कीर्तन के साथ भाव विभोर कर दिया, जिसकी क्षेत्र वासियों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की।

मंदिर समिति के अध्यक्ष मंगल नाथ ने वताया कि मंदिर कमेटी कि ओर से सारी व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से कर ली गई है, निर्धारित समय से ही श्रीमद् भागवत कथा रोज शुरु होगी। उन्होंने यह भी बताया कि रात्रि विश्राम हेतु भी व्यवस्था मंदिर कमेटी द्वारा की गई है। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने क्षेत्र व बाहर की जनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुँच श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कर पुन्य के भागीदार बने। उक्त सुप्रसिद्ध मंदिर परिसर सुन्दर व आलोकिक जगह पर स्थित है, जो मुख्य स्याल्दे – देघाट मोटर मार्ग से मात्र 100 मीटर कि दूरी पर स्थित है।

इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्य करन मनराल, महेन्द सिह, पृथ्वी पाल मनराल, बलवन्त सिंह विष्ट, भूपाल सिह नेगी, हरीदत्त बेलवाल, मथुरादत्त तिवाड़ी, कुन्दन सिह विष्ट, भीम सिह मनराल, महिपाल सिह वसनाल, शिव गिरी, लक्ष्मण गिरी, चन्दन सिह मंगच्वाडी़, बालम सिह, रमेश चन्द तिवाड़ी आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण









