अध्यक्ष श्रम संविदा बोर्ड उत्तराखंड के कैलाश पंत के प्रथम आगमन पर उनके गृह क्षेत्र रानीखेत में हुआ भव्य स्वागत, लोगों ने दी जगह-जगह बधाई।
भिकियासैंण/भतरौंजखान/रानीखेत। उत्तराखण्ड के श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत का प्रथम आगमन पर उनके गृह क्षेत्र रानीखेत में क्षेत्रवासियों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह उनका फूल – मालाओं व ढोल – नगाड़ों से भव्य स्वागत कर जिन्दाबाद के नारे लगाये। श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बुधवार को अपने गृह क्षेत्र रानीखेत के चमड़खान, सौनी, सौनी-डाबर, ताड़ीखेत आदि जगहों में भव्य स्वागत किया गया। स्वागत कार्यक्रम मे युवाओं से लेकर बुजुर्ग महिला – पुरुषों ने जगह-जगह उनका फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया।
नगर रानीखत के शिवमंदिर में आयोजित धारड़ में भव्य स्वागत कार्यक्रम के दौरान श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत ने लोगों को संबोधित कर कहा कि यजस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने विश्व पटल में अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है। साथ ही प्रदेश सरकार भी आम जनता के हितों के लिए लगातार कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, जिसके फलस्वरुप आज विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है। पंत ने कहा जो भी क्षेत्र से जन समस्यायें उनके पास आयेंगी उनका निराकरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़ की हड्डी है, यही भविष्य के दाता है। उन्होंने कहा आज मुझे जो दायित्व सौंपा है, उसे में बखूबी से निभांऊगा। उन्होंने कहा भाजपा आदर्श संस्कार व संस्कृति की पार्टी है, जहां सभी लोगों का सम्मान होता है, कार्यकर्ता इस पार्टी की नींव की पत्थर है, जो इसका सम्मान नहीं करेगा वह खुद ही गर्त में जायेगा। उन्होंने कहा भाजपा पार्टी में छिछोरापन बिल्कुल बर्दास्त नही किया जायेगा, आज संगठन के कुछ लोग रानीखेत विधान सभा में अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन नहीं कर रहे है, जो खेद का विषय है।
इससे पूर्व सभी वक्ताओं ने प्रदेश सरकार को धन्यवाद कर कहा कि श्री पन्त ने संगठन में अच्छा काम कर भाजपा के विधायकों को जीत दिलाई है, जिसका सभी लोग उनको धन्यवाद देते है। उन्होने कहा मेरे गृह क्षेत्र में जो भी समस्याएं होंगी मैं उनको प्राथमिकता के आधार पर करुंगा। उन्होंने कहा आज वर्तमान में जिला अध्यक्ष रानीखेत इस कार्यक्रम में नही पहुँचे, जिसका मुझे काफी खेद है, संगठन में पदों की जिम्मेदारी को बखूबी से निभाना ही भाजपा संगठन की कार्यशैली है। सभा में राज्य आन्दोलनकारी व पूर्व ब्लाक प्रमुख धन सिंह रावत ने कहा कि रानीखेत विधान सभा की शाख को बचाने का काम श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत ने किया है। उन्होंने कहा भाजपा जिसको संगठन की जिम्मेदारी देती हैं, तो उसको पूर्ण करना चाहिए, न कि अपने चन्द फायदे के लिए। इससे पूर्व वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं का शॉल ओढ़ाकर भव्य स्वागत किया।
वहीं रानीखेत व ताड़ीखेत बाजार भाजपा कार्यकर्ताओं व महिला समूहों ने श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत का फूल – मालाओं व शॉल ओढ़ा कर भव्य स्वागत किया। स्वागत समारोह में कई वक्ताओं ने अपने – अपने विचार रख कर कई समस्याओं से अवगत कराया व संगठन के कार्यकलापों से भी अवगत कराया। इससे पूर्व संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत ने सुप्रसिद्ध ग्वेल ज्यू मंदिर चमड़खान में पूजा अर्चना कर क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना की।
इस मौके पर मोहन सिंह नेगी, प्रेम शर्मा, कुलदीप कन्तूरिया, दीप भगत, मदन सिंह मेहरा, राजेन्द्र जायशवाल, प्रमोद सिंह नेगी, चन्द्र शेखर भट्ट,अर्जुन सिह, जगदीश अग्रवाल, पावस जोशी, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष त्रिलोक सिंह भण्डारी, पूर्व सहकारी समिति के अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता व सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश पन्त, पूर्व भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश जोशी, गिरीश पाण्डेय, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष आनन्द कड़ाकोटी, संदीप खुल्बे, हीरा बल्लभ नैलवाल, संजय मेहरा, महेश पन्त, गोविन्द जीना, रेखा आर्या, गीता बेलवाल, अन्नू सोनकर, ललिता बिष्ट बिमला रावत, मीना आदि भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। अभिनन्दन समारोह का संचालन संयोजक बिमला रावत ने किया।
रानीखेत। उत्तराखंड श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत के सम्मान समारोह में पहली बार रानीखेत में भाजपा जिला अध्यक्ष के नहीं पहुँचने पर सरकार व विधायक का भाजपा संगठन रानीखेत ने भारी विरोध जता कर नाराजगी जताई है। वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता प्रकाश पन्त ने कहा भाजपा सस्कारो की पार्टी है, जो लोग पार्टी के विरोध मे निजी स्वार्थों पर कार्य कर रहे है, उनका पार्टी ने जरुर संज्ञान में लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि यह वह पार्टी है, जब चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, व अखबार बेचने वाला देश का राष्ट्रपति बन सकता है, तो अनुशासन हीनता करने वाले लोगों को दंड देने का प्राविधान भी रखती है, इस बात पर विचार करना चाहिए।