पीडब्ल्यूडी ने मुख्यमंत्री के आदेश को बताया धत्ता, 30 नवंबर तक सड़क को गड्ढा मुक्त करने के दिए थे आदेश। फ़र्ज़ अदायगी बना मुख्यमंत्री का गड्ढा मुक्त अभियान।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य तुला सिंह तड़ियाल ने जारी न्यूज में बताया कि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सड़क को गड्ढा मुक्त करने के आदेश का पीडब्ल्यूडी ने मखौल उड़ाया है। उन्होंने कहा रामनगर से कणर्प्रयाग बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में सड़क में गड्ढे नहीं हैं, बल्कि गड्ढों में सड़क है, जिसके कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। मार्ग इतना संकरा हो चुका है कि इसमें कई जगहों पर बड़े वाहनों के पहिये सड़क से बाहर निकल जाते हैं, ब्रिटिश काल में बने बैलगाड़ी मार्ग को आजादी के बाद तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने इसमें कुछ सुधार कर इससे मोटरयेबुल बनाया तब से इस मार्ग में मामूली सुधार के अलावा कोई बड़ा सुधार नहीं हो सका।
कुमाऊं व गढ़वाल की जीवन रेखा समझी जाने वाली यह सड़क आज भी बदहाल स्थिति में है इस मार्ग से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, बरेली व मुरादाबाद सहित पूरे कुमाऊं क्षेत्र का बद्रीनाथ, केदारनाथ फूलों की घाटी, व हेमकुंड साहिब जाने का एकमात्र सम्पर्क मार्ग है, इसी मार्ग से लाखों यात्री हर रोज आवा-जाही करते हैं।
आजादी के 75 सालों बाद भी इसकी हालत में कोई सुधार नहीं हों सका, जबकि इस क्षेत्र से कई बड़े – बड़े नेता पैदा हुए हैं, परन्तु किसी ने भी इस मार्ग की सुध नहीं ली। दूसरी ओर हरिद्वार से कणर्प्रयाग तक रेल मार्ग निमार्णाधीन है, और इसी मार्ग में आलवैदर रोड़ भी तकरीबन तैयार होने वाली है।
हाल ही में मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त आदेश से कुछ उम्मीदें जगीं थी, परन्तु इसमें भी नाउम्मीदी मिली है, जहां कुछ गड्ढे भरे भी गये थे। अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए वे भी जगह – जगह उखड़ चुके हैं। भिकियासैंण से सिनार बाजन वाले मोटर मार्ग में तो गड्ढों में सड़क है, यहां मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त अभियान के आदेश का कोई असर नही हुआ है, अर्थात यहां विभाग ने गड्डे भरवाने का प्रयास ही नहीं किया। इस मार्ग में जीओ की केविल बिछाने के कारण सड़क में बड़े – बड़े गड्ढे बने हुए हैं, उन्हें अभी तक भरा नहीं गया है।
मानिला देवी मंदिर के समीप कई बर्षो से एक काजवे टूटा हुआ था, जनता की मांग पर अभी एक महीने पहले उसका निर्माण हुआ, परन्तु यह भी टूटकर नीचे आ गया है, यह मार्ग भी कई जगहों पर दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहा है। यही हाल जालली के समीप भन्टी गाँव को जोड़ने वाली मोटर मार्ग का है, लेकिन आज रोडों का सुधारीकरण राम भरोशे चल रहा है।