लम्बे समय से जल संस्थान में कार्यरत संविदा श्रमिकों ने लम्बित पड़ी मांगो को शीघ्र समाधान करने हेतु मुख्यमंत्री सहित महाप्रधंक को भेजा पत्र।
भिकियासैण (अल्मोड़ा) जल संस्थान में कार्यरत संविदा श्रमिकों की पूर्व से लंबित पड़ी मांगों के निवारण के लिए श्रमिक संगठन ने जल संस्थान के महाप्रबंधक के साथ ही माननीय मुख्यमंत्री, पेयजल मंत्री सहित अन्य अनेक सचिवों अधिकारियों को पत्र भेजा। संगठन की मांगे बिंदुवार उल्लेखित हैं, जिसमें सभी श्रमिकों को आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से विभाग में जोड़ा जाए, जिससे ठेकेदार द्वारा श्रमिकों का शोषण ना हो सके, वर्तमान में महंगाई को देखते हुए श्रमिकों को प्रतिमाह वेतन में वृद्धि कर 20000 दिया जाना चाहिए जिससे श्रमिकों के परिवार का भरण-पोषण आसानी से हो सके, 2021 में पिथौरागढ़ में दो श्रमिकों को अकारण कार्य से हटा दिया गया था, उन्हें वापस कार्य पर लिया जाए।
उक्त मांगों के निवारण हेतु संगठन श्रमिकों की इन मांगों का निवारण शीघ्र किया जाए। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग में ठेकेदारों द्वारा बहुत ही अनिमिताए और श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है, श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता है,और ईपीएफ में गड़बड़ी व महंगाई भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है, यही नही साप्ताहिक अवकाश भी श्रमिकों को नहीं दिया जाता हैं, श्रमिक अपनी समस्याओं और इन मार्गो के लिए बार-बार विभाग और सरकार से गुहार लगाते रहते है। पत्राचार व न्यूज़ के माध्यम से बार-बार सरकार व विभाग को अवगत कराया जाता रहा है, मगर किसी ने भी श्रमिक के हितो के बारे में ध्यान नहीं दिया। विभाग द्वारा जो जॉब टैंडर योजना चलाई गई है, उससे श्रमिकों को बहुत नुकसान हो रहा है। इस जॉब टेंडर योजना को समाप्त कर पूर्व की भांति श्रमिक टेंडर किए जाएं, जिससे श्रमिकों के साथ होने वाला शोषण से बचा जा सके, और 2021 में हुए विभाग व श्रमिक संगठन के बीच जो समझौता हुआ है, उस समझौते को शीघ्र लागू किया जाए।