सिद्धेश्वर महादेव भरसोली में स्कन्द पुराण कथा में उमड़े काफी लोग।
भिकियासैण (अल्मोड़ा) स्याल्दे बिकास खण्ड में देघाट के पास भरसोली में स्थित प्राचीन शिव मंदिर सिद्धेश्वर में 13 जुलाई से स्कंन्द पुराण की कथा आयोजित की जा रही है। आज रविवार को कथा के चौथे दिन भरसोली, बिजराण, भैडगांव, फतेहपुर, देघाट आदि क्षेत्रो से बड़ी संख्या में लोग कथा सुनने पहुंचे। कथा ब्यास आचार्य नन्दा बल्लभ पन्त जी द्वारा शिव पार्वती बिवाह की कथा का प्रसंग की कथा सुनाई। उंन्होने कहा कि तारकासुर असुर के बध के लिए देवताओं द्वारा शिव को बिवाह करने के लिए सहमत कराया, जिसके बाद हिंमाचल की पुत्री पार्वती का बिवाह शिव के सांथ सम्पन्न हुआ।
शिव के बिवाह से यह बात हमें समझनी चाहिए कि मानव को सांसारिक कर्म संन्तानोतप्ति जग हित जग कल्याण के मकसद से किये जाएंगे तो सभी के घरों में श्रेष्ठ संनन्ततियां उत्पन्न होगी तथा समाज में धर्म का माहोल रहेगा। कथा का समापन 19 जुलाई को हवन यज्ञ तथा भण्डारे के सांथ होगा। कथा में प्रति दिन सुबह शाम यज्ञ हवन तथा पूजन तथा दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक प्रतिदिन कथा होती है।
इस अवसर पर यजमान महेन्द्र सिंह बंगारी, गोकुल सिंह कुमयां, राजे सिंह बंगारी, नन्दा बल्लभ भट्ट,हीरा सिंह बंगारी, प्रताप सिंह डंगवाल, कुंन्दन सिंह मैहता, कैलाश चन्द्र ढौंढियाल, पूरन चंद्र भृकनी, ललित बंगारी, गणेश भृकनी, दीवान सिंह बंगारी आदि मौजूद रहे।