बॉबी पवार की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या जैसा कृत्य- करन माहरा।

बागेश्वर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि बॉबी पंवार को गिरफ्तार कर पुलिस प्रशासन ने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हार के डर से भाजपा व प्रदेश सरकार बौखला गई है। अब वह लोगों को डराने धमकाने पर उतर आई हैं, लेकिन बागेश्वर की जनता व कांग्रेस उन्हें ऐसा कतई नहीं करने देगी। एक बयान में माहरा ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस बात की आशंका जता दी थी कि भाजपा तानाशाही पर उतरेगी। बॉबी पवार को गिरफ्तार कर उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं, लेकिन बागेश्वर की जनता ने भी भाजपा को इशारा कर दिया है कि वह यहां से हारेंगे। युवाओं की बात रखने वाले तथा पेपर लीक की सीबीआई जांच करने वाले युवा को जिस तरह पत्रकार वार्ता करने से रोका गया है, इसका जवाब चुनाव में युवा बेरोजगार भाजपा को देंगे। जिले में पुलिस कांग्रेस की महिलाओं को धमका रही है, जबकि भाजपा की 50-50 महिलाएं एक साथ जा रही है, उनसे पूछा तक नहीं जा रहा है। कांग्रेस के बैनरों को हटाया जा रहा है, और भाजपा के कटआउट लगाए जा रहे हैं। यह सब हार की बौखलाहट के अलावा कुछ नहीं है। पांच सितंबर को भाजपा को उनके किए कामों का जवाब बागेश्वर की जनता दे देगी।

बॉबी ने आरोपों को सिरे नकारा।

बागेश्वर। आज यहां शनिवार को बेरोजगार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार को पत्रकार वार्ता से रोका गया, किंतु उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति व बाइट देकर अपनी बात मीडिया से कही। उन्होंने कहा कि गत शुक्रवार को नारे किसने लगाए, इसकी जांच पुलिस को नुमाईशखेत के पास लगे सीसीटीबी फुटेज खंगालने के बाद स्पष्ट हो जाएग। उन्होंने आरोप लगाया ​है कि प्रदेश सरकार के इशारे पर बेरोजगार संगठन को पुलिस बदनाम करने पर तुली है। उन्होंने विज्ञप्ति के जरिये अपनी बात रखते हुए कहा है कि उन पर लगे सारे आरोप निराधार हैं। यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बॉबी ने कहा है कि वह हर जिले में जाकर संगठन की बात कर रहे हैं। देहरादून में मंत्री व विधायक उन्हें एक साथ नहीं मिल पाते हैं। इन दिनों बागेश्वर में सभी मंत्री पहुंचे हैं। इसलिए वह अपनी बात रखने बागेश्वर आए हैं। इसके लिए उन्होंने डीएम बागेश्वर व मंडलायुक्त को पत्र भी दिया था। शुक्रवार को वह बागनाथ मंदिर जा रहे थे। मंदिर जाने से पहले ही उन्हें रोककर गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने अपराध की झूठी कहानी गढ़ दी। तभी उन्हें बगैर शर्त रिहा किया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार के इशारे पर आज शनिवार को उन्हें प्रेसवार्ता करने से रोका गया, जो लोकतंत्र की हत्या के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि वे भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, और करते रहेंगे। देहरादून में उनका आंदोलन चल रहा है। वह हर जिले में जाकर आंदोलन को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण

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