प्रो. मृत्युन्जय शर्मा बने फैकल्टी मेंटर, महाविद्यालय में उद्यमिता विकास को देगें गति।
नानकमत्ता (उधम सिंह नगर)। उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड़ के अधीन देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 6 दिवसीय भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद (गुजरात) में दिनांक 14 जुलाई 2024 से 19 जुलाई 2024 तक आयोजित विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों से प्रतिभागी फैकल्टी मेंटर डेवपलपमेंट प्रोग्राम प्रशिक्षण में महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय नानकमत्ता से भौतिक विज्ञान के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. मृत्युन्जय शर्मा ने सफलतापूर्वक प्रतिभाग किया।
प्रो. मृत्युन्जय शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण में छात्र और छात्राओं को केन्द्र बिन्दु में रखकर चरणबद्ध तरीके से छात्रों के बीच उद्यमिता की मानसिकता विकसित करने का लक्ष्य और उद्देश्य महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. अंजला दुर्गापाल के दिशा-निर्देशन में निश्चित किया जायेगा, जो देवभूमि उद्यमिता योजना के अनुरुप होगा। प्रशिक्षणशाला का उद्देश्य राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता के लिये अनुकूल वातावरण बनाने हेतु संकाय सदस्यों को कौशल निपुण करना होगा।
भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद (गुजरात) में आयोजित प्रशिक्षणकाल में विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया व स्टार्टअप अवसरों की पहचान, साइकोमैट्रिक टेस्ट, मेंटरिंग और डीयूवाई पोर्टल पर चर्चा की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद (गुजरात) के महानिदेशक प्रो. सुनील शुक्ला, परियोजना अधिकारी डाॅ. अमित कुमार द्विवेदी एवं डाॅ. अभिषेक नन्दन की उपस्थिति एवं निर्देशन में किया गया। प्रो. मृत्युन्जय शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षणशाला का मुख्य उद्देश्य रोजगार के घटते अवसरों में किस प्रकार स्वरोजगार, कौशल विकास, स्टार्टअप के माध्यम से न केवल रोजगार प्राप्त करें बल्कि अन्य उद्यमियों को भी रोजगार हेतु प्रेरित करेगें। देवभूमि उद्यमिता योजना के 20 सूत्रीय कार्यक्रम में महाविद्यालयों में उद्यमिता क्लबों की स्थापना करना एवं आस-पास के क्षेत्रों में उद्यमियों से सम्पर्क करना भी सम्मिलित है, जिनसे अवसर निकालकर छात्र-छात्राओं को स्थानीय उद्यमियों के अनुभवों को साझा करवाना है।