श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत ने जनपद भ्रमण पर गोविन्द सिंह माहरा चिकित्सालय रानीखेत में निरीक्षण कर संविदा कर्मचारियों की समस्या सुनी व मरीजों से हुए रुबरु, तत्पश्चात अस्पताल परिसर सहित चिलियानौला में किया वृक्षारोपण।
रानीखेत (अल्मोड़ा)। अध्यक्ष राज्य मंत्री सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड कैलाश पंत ने जनपद अल्मोड़ा के रानीखेत भ्रमण के दौरान आज शुक्रवार को गोविन्द सिह माहरा चिकित्सालय रानीखेत में सभी स्वास्थ्य विभाग कक्षों में निरीक्षण कर भर्ती मरीजों का हालचाल जाना, और उनकी समस्याओं के लिए चिकित्सा प्रभारी डॉ. एम. के दिक्षित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
इस दौरान अस्पताल में एसएसबी रानीखेत डीआईजी मेडिकल डॉ. ओबी सिंह के नेतृत्व में एसएसबी जवानों द्वारा लगे रक्त दान शिविर का निरीक्षण कर उन्होंने जवानों की खूब सराहना की। शिविर में लगभग 29 जवानो द्वारा रक्तदान किया गया। वहीं अस्पताल में लगभग 19 संविदा कर्मचारियों की बारी-बारी से समस्याओं को सुना, व इस सम्बन्ध में श्रम प्रवर्तन अधिकारी अल्मोड़ा रोविया परवीन व राम से वार्ता की और इस सम्बन्ध में सीएमएस से वार्ता कर शासन स्तर पर बात रखने की बात कही। तत्पश्चात सभी संविदा कर्मचारियों द्वारा अध्यक्ष राज्य सलाहकार श्रम संविदा बोर्ड कैलाश पंत को एक ज्ञापन सौंपा। सभी कर्मचारियों ने एक टूक में कहा कि हमें नियमित किया जाए। तत्पश्चात श्री पन्त द्वारा “एक पेड़ मांँ के नाम” अस्पताल के परिसर में लगाया गया।
चिलियानौला (रानीखेत)। चिलियानौला में वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष कैलाश पंत ने कहा कि मोदी जी ने इस बार वृक्षारोपण अपनी माँ के नाम एक पेड़ लगाने का अभियान पूरे देश में चलाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस पेड़ को लगाना है, उसका संरक्षण भी करना जरुरी है, तभी वृक्षारोपण करने की उपलब्थि होगी। इसी के तहत प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री धामी जी ने भी पूरे प्रदेश में मुहिम छेड़ी है।
इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष दीप भगत, मदन कुवार्बी, मोहन सिंह नेगी, डॉ. राजू जायसवाल, संंजय पत, सुनकर डाबर, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश पंत, महेश उप्रेती, पूर्व नगर अध्यक्ष हंसा दत्त बवाड़ी, कैलाश बिष्ट, मनोज नेगी, गिरीश पांडे, विमला रावत, पूर्व नगर पालिका चिलियानौला सभासद ऊमा रावत, रेखा आर्या, माया नैनवाल, भारती भगत, अन्जू सोनकर, मोहित नेगी, किशन सिंह मेहरा, बबीता, सुनीता डाबर आदि भारी संख्या में क्षेत्रीय लोग व कार्यकर्ता मौजूद थे।