प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शाखा ने भिकियासैंण में मनाई होली।

भिकियासैंण। नगर पंचायत भिकियासैंण में ब्रह्मकुमारीज सेंटर में होली पर्व मनाया गया। होली पर्व के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय की शाखा की क्षेत्रीय संचालिका बी. के. कंचन बहन ने होली का रहस्य सत्संग में आए जिज्ञासु भाई-बहनों को बताया कि होली तीन रुप से मनाते है, जिसमें
1- हो+ली अर्थात परमात्मा की बन गई, हो गई।
2- होली जलाना अर्थात बुराइयों, विकारों, घृणा आदि को खत्म करना, होली मनाना।
3- होली अर्थात ईश्वर के रंग में रंग जाना , दूसरों को भी प्रभु प्रेम के रंग में रंग आना अर्थात रंग लगाना।
होली एक दिन की नहीं सदा की होली सदा विकारों को जलाना अर्थात सदा प्रभु के रंग में रंगे रहना। इस अवसर पर सभी महिलाओं ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगा कर होली की शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में बी. के. विनीता, लक्ष्मी, गीता, देवकी शर्मा, निर्मला मेहता, पुष्पा ध्यानी, बीना ध्यानी, नीतू गोस्वामी, विमला गोस्वामी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अम्बुली देवी, जानकी रावत आदि भाई-बहनें मौजूद थे।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण



