राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी शहर किशनपुर गौलापार में मनाया गया रेडक्रॉस दिवस।
हल्द्वानी (नैनीताल)। राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी शहर किशनपुर गौलापार में यूथ रेडक्रॉस इकाई के द्वारा सर हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिवस के अवसर पर रेडक्रॉस दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम रेडक्रॉस गीत से हुई। तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अर्चना जोशी द्वारा सभा को संबोधित करते हुए बताया गया कि रेड क्रिसेंट दिवस 2025 की आधिकारिक थीम “मानवता को जीवित रखना” (Keeping Humanity Alive) है।
यह विषय उन लाखों रेडक्रॉस और रेड क्रिसेंट स्वयंसेवकों की निस्वार्थ सेवा और अटूट समर्पण को दर्शाता है, जो हर उस स्थान पर राहत पहुँचाते हैं, जहाँ इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है। तत्पश्चात कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की गई, जिसमें रेडक्रॉस दिवस पर स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन प्रमुख था। समिति सह समन्वयक डॉ. दीपक दयाल द्वारा रेड क्रॉस के सिद्धांतों और इतिहास पर प्रकाश डाला गया। साथ ही यूथ रेड क्रॉस के स्वयंसेवी को रेड क्रॉस के इतिहास, सिद्धांतों व प्रत्येक वर्ष इकाई द्वारा करवाए जाने वाली गतिविधियों के विषय में बताया। उन्होंने रेडक्रॉस का परिचय देते हुए कहा कि रेडक्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है इसका मुख्य उद्देश्य मानव के अनमोल जीवन की रक्षा करना है। इसके द्वारा युद्ध या विपदा के समय में कठिनाईयों में लोगों की सहायता करना है। इसका मुख्यालय जेनेवा स्विट्जरलैंड (Switzerland) में स्थित है। इसके द्वारा विभिन्न देशों की सरकारों के बीच समन्वय स्थापित किया जाता है। यह युद्ध के समय, महामारी बीमारी, प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ितों की सहायता करती है। इसका मुख्य कार्य पीड़ित व्यक्ति की मानव सेवा है।

संस्था का चिह्न, एक लाल रंग का क्रॉस, निष्पक्षता और समानता का प्रतीक है। डॉ. पी. सी. मठपाल द्वारा यूथ रेडक्रॉस इकाई के स्वयंसेवियों को रेडक्रॉस की समस्त उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि वर्तमान युद्ध की परिस्थिति में जब मानवता का हास हो रहा है, विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। ऐसे में एक संस्था रेडक्रॉस है जो जीवन का पाठ पड़ा रही है। कार्यक्रम को आगे की ओर बढ़ाते हुए रेडक्रॉस के संदर्भ में डॉ. डी. सी. पांडेय द्वारा उल्लिखित किया गया कि भारत यह अन्य देशों में प्रतिवर्ष कोई न कोई प्राकृतिक आपदा आती है। ऐसे समय में उस देश की सरकारों के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन कर के लोगों की जान को बचाया जाता है। रेडक्रॉस संस्था के द्वारा ऐसे लोगों को सहायता प्रदान की जाती है। यह लोगों के उपचार, भोजन, स्वच्छ पानी और रहने के लिए उचित व्यवस्था सरकार के साथ सामंजस्य बैठा कर करती है।
आपदा के समय यह संस्था सरकार के कार्यों को आसान करती है और अधिक से अधिक मानव जीवन की रक्षा करने का प्रयास करती है। डॉ. आशीष अंशु द्वारा जानकारी दी गई कि रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना के पीछे का मुख्य विचार यह था कि मानवता की सेवा कोई सीमा नहीं जानती। इसके संस्थापक हेनरी ड्यूनांट ने यह सिद्ध किया कि एक व्यक्ति की पहल से विश्व स्तर पर बड़ा परिवर्तन संभव है। इसके मूल सिधान्त है निष्पक्षता, मानवता, स्वतंत्रता, तटस्थता, एकता, स्वैच्छिक, सार्वभौमिकता है। इस अवसर पर आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता में नेहा, निकिता, भविता, गीता, पीयूष, चंपा, अनुष्का, माया, आदि ने प्रतिभाग किया, जिसमें प्रथम स्थान गीता, द्वितीय स्थान नेहा, तृतीय स्थान निकिता चंदोला ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में समस्त महाविद्यालय परिवार व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण