शासन-प्रशासन की भेंट चढ़ी भतरौंजखान भिकियासैंण की रोड।
भिकियासैंण। भतरौंजखान के भिकियासैंण रोड के बाजार में कुछ महीने पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा नाली बनाई गई, लेकिन बनानी थी नाली और बना दिया नाला। नगर की सामाजिक कार्यकर्ता के एन. खुल्बे ने कहा कि नाले की स्थिति वर्तमान मे यह है कि आए दिन उसमें कभी गौवंश गिर रहे हैं, तो कभी स्कूल के बच्चे गिर रहे है। यही नहीं थोड़ी सी वर्षा में पूरी रोड तालाब बन जाता हैं। जब उसमें तेज वाहन दौड़ते हैं तो पानी जब उछाल मारता है, तो आने-जाने वाले राहगीर पर गंदे पानी का जलाभिषेक जैसा हो जाता हैं।
भिकियासैंण रोड के बाजार से 30 मीटर की दूरी पर डिग्री कॉलेज पड़ता है, और 30 कदम पर ही प्राइवेट पब्लिक स्कूल, बाजार में ही जिला सहकारी बैंक पड़ता हैं। नाले के ये हालात है जहां से नाली शुरु हुई, वहां से उसकी गहराई डेढ़ फीट है, और आगे जाते-जाते यह गहराई पाँच फीट हो जाती हैं। कई बार निर्माण विभाग को अवगत कराया गया तो वे कहते कि हमारे पास इसको ढकने के लिए कोई बजट नहीं है। अपने कमीशन खाने के लिए इनके पास भरपूर बजट है। पर समाज सुधार के लिए, लोक कल्याण के लिए इनके पास कोई बजट नहीं है। इसी रास्ते से तहसील दिवस पर जिलाधिकारी मुख्य विकास अधिकारी भी जाते हैं और इसी रोड से भिकियासैंण के उपजिलाधिकारी भी कभी-कभी अल्मोड़ा को जाते हैं, लेकिन ये सब अधिकारी अनदेखा करके चले जाते हैं। उपजिलाधिकारी को इसके बारे में अवगत कराया है, उन्होंने भी तहसीलदार को भेजा, वे भी चलते बने। आखिर कब तक नाली को ढका जाएगा, यह तो अभी भविष्य के गर्त में है।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल




