जनता की अदालत में आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने सुनी समस्याएं, समाधान के तुरंत दिए आदेश।

खटीमा (उधम सिंह नगर)। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कुमांऊ परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रिद्धिम अग्रवाल ने आज गुरुवार को कोतवाली खटीमा में आयोजित थाना दिवस पर जनता दरबार और सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया। इस मौके पर खटीमा, सितारगंज, नानकमत्ता और झनकईया क्षेत्र से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं रखी।

आईजी ने प्रत्येक मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मौके पर मौजूद अधिकारियों को समयबद्ध और ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए। दरबार में सामने आए मुद्दों से स्पष्ट हुआ कि आमजन मुख्यतः युवाओं की अराजकता, महिला सुरक्षा, यातायात अव्यवस्था, नशाखोरी और साइबर अपराध जैसी चुनौतियों से परेशान हैं। मनचलों पर सख्ती से कड़ी कार्रवाई के लिए अभिभावकों ने शिकायत की, कि स्कूल-कॉलेज की छुट्टी के समय कुछ युवक मॉडिफाइड मोटरसाइकिलों पर हुड़दंग करते हैं।

आईजी अग्रवाल ने इसे गंभीर मानते हुए आदेश दिया कि एक माह का विशेष अभियान चलाकर ऐसे युवकों की मोटरसाइकिलें सीज की जाएं। साथ ही अभिभावकों से अपील की, कि वे अपने नाबालिग बच्चों को मोटरसाइकिल न दें।

महिला सुरक्षा पर फोकस:

महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों पर आईजी ने कहा कि काउंसलिंग और नियमानुसार कार्रवाई हर हाल में होनी चाहिए। विवेचक और हेल्पलाइन प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि पीड़िता को भरण-पोषण का अधिकार मिले और उसका मामला अदालत में मजबूती से रखा जाए।

यातायात और अतिक्रमण पर सुधार:

आईजी ने एसपी सिटी रुद्रपुर उत्तम सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक विशेष कमेटी गठित की और एक माह में रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट में कट खोलने, बॉटल-नेक चिन्हांकन और अतिक्रमण हटाने जैसे उपायों पर विशेष ध्यान होगा, ताकि यातायात दुरुस्त किया जा सके।

नशा मुक्त उत्तराखण्ड का संकल्प:

आईजी अग्रवाल ने युवाओं में फैलते नशे को समाज और भविष्य दोनों के लिए खतरा बताते हुए कहा कि “ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” मुख्यमंत्री का सपना है और इसे साकार करना हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि यदि नशे की सूचना पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

साइबर अपराध पर चेतावनी:

डिजिटल अरेस्ट जैसे नए साइबर अपराधों को लेकर आईजी ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने नागरिकों से अपील की, कि खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों को जागरुक करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

जनता और पुलिस की साझेदारी जरुरी:

जनता दरबार के अंत में आईजी अग्रवाल ने कहा कि पुलिस और जनता की साझेदारी ही अपराधों पर लगाम लगा सकती है। समाज की सक्रिय भागीदारी से ही कुमाऊं को सुरक्षित, नशा-मुक्त और साइबर अपराध से मुक्त बनाया जा सकता है।

सैनिक सम्मेलन में पुलिस कर्मियों की सुनी समस्याएँ:

सम्मेलन में महिला और पुरुष पुलिस कर्मियों की समस्याएं भी सुनी गई। आईजी ने अधिकारियों को उनके निस्तारण हेतु निर्देश दिए और सभी को स्मार्ट पुलिसिंग व जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रेरणा दी।

महिला पुलिस कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उन्हें जिम्मेदारी वाले कार्यों में अवसर देने और सभी थानों में महिला रेस्ट रुम उपलब्ध कराने पर भी बल दिया गया।

इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राइम सुश्री निहारिका तोमर, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, सर्किल अधिकारी सितारगंज व खटीमा सहित सभी थाना प्रभारी मौजूद रहे।

इससे पूर्व आईजी अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक चंपावत अजय गणपति कुंभार के साथ मजगांव, बनबसा स्थित निर्माणाधीन थाने का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

रिपोर्टर- रिया सोलीवाल