डॉ. प्रताप बिष्ट राजकीय महाविद्यालय भिकियासैंण में नैक तैयारी पर व्याख्यान कार्यक्रम हुआ आयोजित।

भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। डॉ. प्रताप बिष्ट राजकीय महाविद्यालय भिकियासैंण में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के तत्वावधान में नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की तैयारी को मजबूत बनाने हेतु एक दिवसीय व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का विषय “प्रैक्टिकल इनसाइट्स ऑन नैक मेट्रिक्स” रहा, जिसमें नैक के विभिन्न मेट्रिक्स पर व्यावहारिक दृष्टिकोण और तैयारी की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोमेश्वर के गणित विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. राकेश पांडे रहे। उन्होंने नैक के दस प्रमुख मानदंडो — पाठ्यक्रम संबंधी, शिक्षण-अधिगम एवं मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार, अवसंरचना एवं अधिगम संसाधन, छात्र सहायता एवं प्रगति, शासन-नेतृत्व एवं प्रबंधन तथा संस्थागत मूल्य एवं सर्वोत्तम प्रथाओं पर प्रकाश डाला।

डॉ. पांडे ने क्वांटिटेटिव और क्वालिटेटिव इंडिकेटर्स की विस्तृत व्याख्या करते हुए बताया कि महाविद्यालयों को डेटा संग्रह, दस्तावेजीकरण और एसएसआर तैयार करने में सटीकता बरतनी चाहिए। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि गूगल क्लासरुम व मूडल जैसे ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफॉर्म्स शिक्षण गुणवत्ता में वृद्धि करते हैं।

व्यावहारिक सुझावों में उन्होंने एसओपी तैयार करने, फीडबैक सिस्टम को मजबूत बनाने और ई–गवर्नेंस अपनाने पर भी बल दिया। व्याख्यान के दौरान इंटरैक्टिव सत्र रखा गया, जिसमें उपस्थित शिक्षकों ने अपनी समस्याएं साझा की और उनके समाधान प्राप्त किए।

कार्यक्रम का संचालन भूगोल विभाग के डॉ. परितोष उप्रेती ने किया, जबकि कार्यक्रम के संयोजक प्रभारी आईक्यूएसी डॉ. राजीव कुमार रहे। उन्होंने बताया कि आईक्यूएसी महाविद्यालय की नैक तैयारी में निरंतर मॉनिटरिंग और सुधार सुनिश्चित करता है।

महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. शर्मिला सक्सेना ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताते हुए कहा कि नैक प्रत्यायन न केवल संस्थान की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को बेहतर शिक्षा एवं अवसर प्रदान करता है।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

रिपोर्टर- रिया सोलीवाल

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