राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बासोट में नशामुक्ति भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम हुए आयोजित।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। नशामुक्ति भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बासोट में विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने अपने जीवन में नशा न करने और नशे से दूर रहने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में बच्चों को नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। नशे के नुकसान को समझने के लिए बच्चों ने निबंध, चित्रकला, पोस्टर, स्लोगन और भाषण प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।
डॉ. पीताम्बर अवस्थी के प्रेरणादायी कार्यों से परिचय:
नशामुक्ति अभियान के माध्यम से कई वर्षों से जन-जागरुकता फैला रहे पिथौरागढ़ के डॉ. पीताम्बर अवस्थी (शैलेष मटियानी पुरस्कार प्राप्त शिक्षक) के प्रेरक व्यक्तित्व और कार्यों से भी बच्चों को अवगत कराया गया।
प्रतियोगिताओं में बच्चों की सक्रिय भागीदारी:
● चित्रकला प्रतियोगिता में सोम्या, प्रिंस, रक्षिता, दीपक, आरुष, गीता कुमारी और भगीरथ ने नशे के दुष्प्रभावों को प्रभावशाली चित्रों द्वारा दर्शाया।
● स्लोगन प्रतियोगिता में प्रिंस और भगीरथ ने आकर्षक व जागरुकता से भरे स्लोगन लिखे।
● भाषण प्रतियोगिता में दिव्यांशु, गायत्री और भगीरथ ने प्रभावी वक्तृत्व प्रस्तुत किया।
● निबंध प्रतियोगिता में रक्षिता और प्रिंस ने नशा विरोधी विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में हर्षित, आर्यन, मोहित, अक्षिता, दीपिका, करण और भूमिका ने विद्यालय परिसर में स्वच्छता गतिविधि में सहयोग कर स्वच्छता के प्रति भी जागरुकता का संदेश दिया।
शिक्षकों का मार्गदर्शन:
कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक कृपाल सिंह शीला द्वारा किया गया। उन्होंने सभी प्रतिभागी बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए सहयोग और सक्रिय सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया।
विद्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम बच्चों को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के प्रति जागरुक करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।



