मणीपुर में चल रहे हिंसा को रोकने में नाकाम राज्य सरकार व गृह मंत्री को बर्खास्त कर अपराधियों को संरक्षण देने के खिलाफ सौंपा महामहिम राष्टपति के नाम ज्ञापन।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा) मणिपुर में चल रही हिंसा को रोकने में नाकाम राज्य सरकार और गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त कर अपराधियों और उनको संरक्षण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, हिंसा बलात्कार की तमाम घटनाओं की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में किसी महिलावादी वकील को सम्मिलित कर, सभी घटनाओं में पुलिस कार्रवाई का भी संज्ञान लेने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी भिकियासैण डा0 गौरव पांडे के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा।
तहसील परिसर में भाकपा माले जिला सचिव आनन्द सिंह नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 80 दिनों से मणिपुर में हत्या, बलात्कार, आगजनी का तांडव गृहमंत्रालय और भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह के हीलाहवाली नेतृत्व में लगातार जारी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री का पत्रकार वार्ता में ऐसे सैंकड़ों केस हैं कहना, और मणिपुर के राज्यपाल का यह कहना है कि हर सप्ताह में गृहमंत्रालय को मणिपुर की घटनाओं की रिपोर्ट भेजी जा रही है, इससे प्रतीत होता है मणिपुर में हो रही विभत्स और हृदयविदारक घटनाएं राज्य प्रायोजित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और गृहमंत्री की नाकामी को देखते हुए हम इनकी बर्खास्तगी की मांग करते हैं ।
तहसील परिसर में एक्टू के नेता श्याम सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज देश के संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए सभी नागरिकों को शोषण अन्याय के खिलाफ धर्म जाति से ऊपर उठकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। ज्ञापन देने वालों में मनोहर बिष्ट, एडवोकेट राकेश बिष्ट, मनीष, प्रकाश, जगत, महेश चंद्र रिखाड़ी, गणेश, प्रवेश सोंटियाल, हिमांशु सोंटियाल, कैलाश सोंटियाल, पूर्व प्रधान भक्तराज सिंह, पुष्कर सिंह, गंगा सिंह विष्ट आदि शामिल रहे ।