तेज मूसलाधार बारिश के बढ़ जाने से नगर पंचायत भिकियासैंण के किनारी बाजार के आवासीय मकानों को तटबन्ध टूट जाने से बना खतरा, शासन-प्रशासन है मौन।

भिकियासैंण (अल्मोड़ा) नगर पंचायत भिकियासैंण के किनारी बाजार में गगास नदी के किनारे बने तटबंध बूरी तरीके से टूट चुके हैं, लेकिन शासन प्रशासन मौन बना है। बाँणनाथ सोसाइटी के अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता बालम नाथ का कहना है कि 2 साल से शासन प्रशासन को ज्ञापन द्वारा न्यूज़ चैनलों द्वारा तहसील मुख्यालय, नगर पंचायत यहां तक कि जिला अधिकारी महोदय अल्मोड़ा को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन कोई भी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है, इससे लगता है कि यह सभी लोग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि भारतीय अधिकारियों की और शासन प्रशासन की नींद तब खुलती है जब कोई घटना घट जाती है। अगर आने वाले समय में किसी कारण बस कोई हादसा हो जाता है तो बार-बार कहने के बाद भी अगर इन तटबन्धो को संज्ञान में नहीं लिया गया तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? जनप्रतिनिधि, नगर पंचायत, तहसील मुख्यालय,शासन प्रशासन या फिर ऐसे जनप्रतिनिधि जो अच्छे कामों का भी विरोध करते हैं। आखिर कौन लोग इस समस्याओं को सुलझायेगा, यह सवाल बार-बार यहां के भवन स्वामियों के मन में आते रहते हैं, क्योंकि वह लोग मूसलाधार बारिश के चलते भय के माहौल में जीवन जीनै को मजबूर हो रहे हैं। बरसात जब भी होती है, तो उनकी चिंताएं उनके चेहरे की झुर्रियां साफ दिखाई देती है, कि अब वह खतरे की नींद में सो रहे हैं, कभी भी नदी आने से बड़ा हादसा हो सकता है। बालम नाथ ने निवेदन किया है कि कृपया इसको तुरंत संज्ञान में लिया जाए, और नदी किनारे तटबंध या चेक डेमो की व्यवस्था जल्द से जल्द कराई जाए।
रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण