दो नदियों के संगम पर महाकाल की विशाल प्रतिमा का हुआ अनावरण।
भिकियासैंण/स्याल्दे। विकासखण्ड स्याल्दे के देघाट में महाकाल की विशाल प्रतिमा का शुक्रवार को विधि-विधान से प्राण प्रतिष्ठा कर अनावरण किया गया। देघाट के विनोद नदी व मसाण गढ़ी दो नदियों के संगम पर भगवती मंदिर के समीप यह विशाल शिव प्रतिमा स्थापित की गई है। कुछ समय पूर्व यह प्रतिमा बनकर तैयार हुई, जिसका प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित कर प्रतिमा को आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया गया है। इस मूर्ति के स्थापित होने से जहां एक ओर लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगी, वहीं दूर – दूर से लोग इसे देखने यहाँ पहुंचेंगे, और प्रयर्टन को भी बढ़ावा मिलेगा। महाकाल सेवा समिति व स्थानीय लोगों के सहयोग से इस महाकाल प्रतिमा का निर्माण किया गया है। महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह डंगवाल ने बताया कि उनके द्वारा काफी समय पहले महाकाल प्रतिमा की स्थापना का संकल्प लिया गया था, जो आज पूरा हो सका है। प्रतिमा की स्थापना में उन्होंने सहयोग देने वाले सभी क्षेत्रवासियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं का आभार जताया है।
इस अवसर पर विवेकानन्द मार्डन हाईस्कूल फतेहपुर के बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गये, तत्पश्चात प्रसाद वितरण व भण्डारे के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रुप से महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह डंगवाल, हरीश चंद्र भट्ट, अम्बादत्त बलोदी, त्रिलोक सिंह पटवाल, पूरन रजवार, आचार्य नन्दा बल्लभ पंन्त, भगवत सिंह डंगवाल, महेंद्र सिंह बंगारी, राम दत्त ढौंढियाल, रामानन्द अग्रवाल, शंकर पपनोई, प्रताप सिंह मनराल, भूपाल सिंह कत्यूरा, नरेन्द्र सिंह बिष्ट, देवेंद्र सिंह रावत, मिनाक्षी बंगारी, मोहन सिंह मेहता, भगवत सिंह खाती, दीपक चतुर्वेदी, पंकज पटवाल आदि मौजूद रहे।