राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन।
रामगढ़ (नैनीताल)। राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती वर्ष का समापन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक लोकनृत्य झोड़ा की प्रस्तुति से हुई, जिसमें छात्र-छात्राओं ने “तियर दगड़ मयर दगड़ जमीन माटी” गीत पर मनमोहक नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कुमाउनी गीतों से कार्यक्रम में और भी रंग भर गए — कुमारी नीलम आर्या ने “शंभू नाथ, महाकाली देवभूमि ना छोड़िया” गीत प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरीं। वहीं, कार्यालय प्रमुख कविंद्र प्रसाद ने अपने स्वरचित गीत “हिट घुमि अनु प्रदेशा” के माध्यम से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. हरीश चंद्र जोशी ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई और कहा कि नशा उत्तराखंड के विकास की सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने आमजन से भी नशे के विरुद्ध जागरुकता फैलाने की अपील की।
डॉ. हरेश राम ने विद्यार्थियों को उत्तराखंड राज्य आंदोलन के संघर्ष और इतिहास के बारे में विस्तार से बताया तथा युवाओं से अपने कर्तव्यों के निर्वहन के माध्यम से राज्य के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. संध्या गडकोटी ने सभी का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों की सराहना की।
प्रभारी प्राचार्य डॉ. माया शुक्ला ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि उत्तराखंड देश का सबसे सुंदर राज्य है, जिसकी प्राकृतिक छटा अद्वितीय है। उन्होंने युवाओं से राज्य के सतत विकास में योगदान देने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. निर्मला रावत ने किया। छोटी बालिका दिव्या बिष्ट ने अपने मनमोहक लोकनृत्य से सबका दिल जीत लिया।
इस अवसर पर योग शिक्षिका तनुजा जोशी, हिमांशु बिष्ट, दीप्ति, कुंदन नाथ गोस्वामी, कमलेश, गणेश सिंह बिष्ट, प्रेम भारती आदि ने विशेष सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम में संपूर्ण स्टॉफ के साथ गरिमा, रोशनी, निशा, गौरव, कमल, सचिन, प्रियांशु, सारांश, अमित, दीपशिखा, अपर्णा, यमुना, नित्या सहित समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल






