उत्तराखण्ड के खुनौली गाँव के देवकी नंदन कांडपाल को मुंबई में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत सम्मान से किया गया सम्मानित।

मुंबई। उत्तराखण्ड राज्य के जिला बागेश्वर के खुनौली गाँव निवासी देवकी नन्दन कांडपाल को मुंबई में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान देवभूमि प्रतिभा संस्कृति फाउंडेशन द्वारा कला श्रेत्र में बहुमूल्य योगदान दिए जाने पर उच्चतम सम्मान दिया गया।

देवकी नन्दन कांडपाल पुत्र स्वर्गीय नारायण दत्त कांडपाल ग्राम खुनौली जिला बागेश्वर का जन्म 01 मार्च सन् 1965 में हुआ। बचपन से ही उनकी गीत संगीत एवं रामलीला मंचन में रुचि रही। इनके द्वारा सन् 1982 में मुंबई आकर नौसेना में इलेट्रॉनिक वार फेयर की तालीम लेकर 43 वर्षों तक नौसेना में अपनी बखूबी सेवा देते हुए तमाम उत्तराखंडी संस्थाओं में अपने गीतों से अपनी संस्कृति रीति-रिवाज को अग्रसर करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। 26 वर्षों तक नेवी नगर में आयोजित उत्तरांचल रामलीला में प्रभु श्री रामचंद्र का अभिनय बखूबी निभा कर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी गई।

उन्होंने स्कूल के प्रारंभिक शिक्षा के दौरान भी बाल सभाओं में लोक गीतों के माध्यम से मनोरंजन किया। उसी दौरान खुनौली गाँव में दो वर्ष प्रभु श्री रामचंद्र की भूमिका निभाई जो कि खुनौली गाँव में पहली बार शुरुवात हुई थी। तत्पश्चात सन् 1982 में मुंबई महानगर में आकर नौसेना में भर्ती होकर प्रवासी समाज के साथ जुड़कर सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थाओं में अपना सहयोग दिया।

सन् 1989 में एक उत्तराखंड के गीतों के पर्वतीय झनकार नामक ऑडियो कैसेट की रिकॉर्डिंग अपने कुछ कलाकार साथियों के साथ जुड़कर की, जिसका विमोचन कई फिल्म एवं कला श्रेत्र से जुड़े लोगों की उपस्थिति में मुंबई के सबसे बड़े सभागृह षणमुखानंद सभागृह में किया गया।

सन् 2015 में उत्तराखंड के सुर सम्राट स्व. गोपाल बाबू गोस्वामी की पुण्यतिथि का आयोजन की शुरुआत की, जिनमें मुंबई, दिल्ली व उत्तराखंड के कई कलाकारों को आगे बढ़ाते हुएं स्वयं भी देश के विभिन्न शहरों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपने परम मित्र सुप्रसिद्ध लोकगायक शिव दत्त पंत के निर्देशन में रुद्रवीणा टीम के साथ जुड़कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियां दी।

28 फरवरी 2025 में लंबी अवधि की सेवा से निवृत्त होकर प्रवासी उत्तराखंडी संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। उनका कहना है, कि अब वे सेवानिवृत्त हो गए है, सारे समय का सदुपयोग उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने में करुंगा। साथ ही उन्होंने कहा 21 सितंबर को दिल्ली में आयोजित एक दिवसीय सम्पूर्ण रामलीला में भागीदारी करुंगा।

इस मौके पर मुंबई समारोह में उत्तराखंड सरकार खेल मंत्री हेमराज बिष्ट, देवभूमि प्रतिभा संस्कृति फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेश राणा, आयोजक प्रवीन ठाकुर, मनोज भट्ट, मनोज दानू, फिल्म अभिनेता दान सिंह राजपूत, उद्योगपति हयात सिंह राजपूत, शेखर उपाध्याय, गढ़वाल भ्रातृ मंडल अध्यक्ष रमन मोहन कुकरेती आदि कई गणमान्य लोग भारी संख्या में मौजूद रहे।

रिपोर्टर- रिया सोलीवाल