उत्तराखंड के 40 प्राध्यापकों ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में किया शैक्षिक भ्रमण।
हल्दूचौड़ (नैनीताल)। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा गुणवत्ता एवं उन्नयन ज्ञानवर्धन प्रशिक्षण योजना (शैक्षिक भ्रमण) के अंतर्गत उत्तराखंड के प्राध्यापकों का एक दल 15 से 20 सितंबर 2025 तक जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली में शैक्षिक भ्रमण और प्रशिक्षण हेतु गया। इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों से 40 प्राध्यापकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का सफल संचालन लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ के प्राध्यापक एवं नोडल अधिकारी डॉ. अरुण चतुर्वेदी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु –
● शैक्षिक भ्रमण: प्रतिभागियों ने JNU के विभिन्न विभागों, कक्षाओं और पुस्तकालयों का भ्रमण किया, जहां उन्हें शोध कार्य, नवाचार और आधुनिक पठन-पाठन पद्धतियों की जानकारी दी गई।
● प्रशिक्षण सत्र: विषय विशेषज्ञों द्वारा प्राध्यापकों को अकादमिक अनुभव साझा किया गया।
● राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षा में गुणवत्ता उन्नयन और नीति के अनुरुप प्रशिक्षण प्रदान करना था।
कार्यक्रम के उद्देश्य –
● उच्च शिक्षा में गुणवत्ता सुधार करना।
● प्राध्यापकों को नवीनतम शिक्षण पद्धतियों से अवगत कराना।
● शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देना।
लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ के प्राध्यापक एवं नोडल अधिकारी डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि निदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय हल्द्वानी में प्रोफेसर डॉ. विश्वनाथ खाली से भी शिष्टाचार मुलाकात की गई, जिसमें उपनिदेशक डॉ. आर. एस. भाकुनी उपस्थित रहे l
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं ज्ञानवर्धन प्रशिक्षण योजना के नेतृत्व में 15 सितंबर से 20 सितम्बर 2025 तक आयोजित भ्रमण दल को उच्च शिक्षा निदेशक, उपनिदेशक हल्द्वानी नैनीताल द्वारा दिनाँक 14 सितम्बर 2025 को रवाना किया गया था। निदेशक ने बताया कि उत्तराखंड के समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों की तरह ही यहां की उच्च शिक्षा को भी समय रहते समृद्ध और सशक्त बनाया जाना है, प्रतिभागी प्राध्यापक जेएनयू की उच्च शिक्षा को देखें, समझें और प्रदेश की आवश्यकता के अनुसार नवीन कौशल तथा आधुनिक तकनीकों को उच्च शिक्षा में शामिल करें l
उत्तराखण्ड के 13 जिलों के कुल 117 महाविद्यालयों में से 40 प्राध्यापकों का इस योजना के अंतर्गत चयन किया गया था। जहां प्रतिभागियों ने विश्वविद्यालय की कक्षाओं, पुस्तकालय, विभिन्न संकायों और प्रोफेसरों से मुलाकात कर वहां की शिक्षण पद्धति, शैक्षणिक संस्कृति और शोध कार्यों को निकट से समझा।
भ्रमण के दौरान शिष्टमंडल ने दिल्ली के प्रमुख ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्थलों — कुतुब मीनार, लाल किला, हुमायूं का मकबरा, इंडिया गेट, लोटस टेंपल, अक्षरधाम और राष्ट्रीय संग्रहालय का भी दौरा किया और हड़प्पा व सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की।
उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में सेवारत 40 प्राध्यापक शैक्षिक भ्रमण जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में प्रशिक्षण कर लौटे हैं l
इस अवसर पर नोडल अधिकारी डॉ. अरुण चतुर्वेदी द्वारा चयनित 40 प्राध्यापकों की ओर से यूजीसी मदन मोहन मालवीय प्रशिक्षण केंद्र जेएनयू के निदेशक प्रोफेसर रवि शेखर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उच्च शिक्षा मंत्री, विभागीय सचिव, निदेशक, संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक, सह निदेशकों एवं प्राचार्य प्रो. सीमा श्रीवास्तव, लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ तथा समस्त प्राचार्यो का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल








