तहसील मछोड़ के गाँव हरड़ा मौलेखी में निफ्टेम टीम का ग्रामीण अंगीकरण कार्यक्रम हुआ शुरु।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। सल्ट क्षेत्र के ग्राम हरड़ा मौलेखी में प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान, कुंडली (NIFTEM) की 15 सदस्यीय टीम ने ग्रामीण अंगीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की। टीम में टीम संरक्षक डॉ. विकास सुलिया और शोध छात्रा पूजा के साथ अन्य छात्र शामिल रहे।
टीम का उद्देश्य गाँव की कृषि एवं खाद्य आधारित समस्याओं को समझना और स्थानीय लोगों को उपयुक्त सुझाव व प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह टीम 19 से 27 नवंबर तक गाँव में रहकर विभिन्न गतिविधियाँ संचालित करेगी।
कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाली प्रमुख गतिविधियाँ:
● खाद्य प्रसंस्करण में प्रायोगिक प्रशिक्षण
● स्वच्छ भारत अभियान के तहत जागरुकता रैली
● किसानों के लिए तकनीकी एवं कौशल आधारित प्रशिक्षण
● स्वयं सहायता समूह (SHG) के लिए क्षमता-विकास प्रशिक्षण
● स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरुकता कार्यक्रम
ग्राम की स्थिति और टीम का पहला दिन:
टीम ने ग्राम प्रधान गिरीश आर्या से मुलाकात कर गाँव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी ली।
गाँव में 610 पंजीकृत मतदाता हैं, लेकिन पलायन के कारण वर्तमान में मात्र 20 परिवार ही रह रहे हैं।
यहाँ मुख्य रुप से —
लखौरी मिर्च, अदरक, नींबू, आंवला, माल्टा और संतरा जैसी कृषि उपज होती है।
ग्रामवासियों में रमेश मोलखी, एसएचजी लीडर पुष्पा भट्ट, स्थानीय अभिभावक सीमा से हुई बातचीत में कई समस्याएँ सामने आई।
ग्रामवासियों के साथ चर्चा में उभरी समस्याएँ:
● खेती का असंगठित स्वरुप
● बाजार तक पहुँच की कमी
● युवाओं में कृषि के प्रति घटती रुचि
● बैंक ऋण प्राप्त करने में कठिनाई
सकारात्मक रुप से ग्रामीणों ने —
● मार्केट लिंकिंग,
● सरकारी योजनाओं का प्रशिक्षण,
● तथा वैल्यू-ऐडेड उत्पादों पर क्षमता निर्माण
में गहरी रुचि दिखाई।
सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि —
● सभी घर पक्के मकानों और शौचालय से युक्त हैं,
● विद्यालय और क्लीनिक जैसी मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं,
● यह गाँव आस-पास की 15 ग्राम सभाओं में एकमात्र बैंक वाला क्षेत्र है।
● निकटतम मंडी एवं रेलवे स्टेशन रामनगर (51 किमी) दूरी पर स्थित है।
पहले दिन का समापन आशा और सहयोग के माहौल के साथ हुआ, जहाँ ग्रामीणों ने टीम का उत्साहपूर्वक स्वागत किया और प्रगति की दिशा में साथ चलने का भरोसा जताया।



