निफ्टेम के ग्रामीण अंगीकरण कार्यक्रम में सौखती गाँव के किसानों को दिया गया वैज्ञानिक मशरुम प्रशिक्षण।
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। सल्ट की उपतहसील मछोड़ स्थित सौखती गाँव में निफ्टेम की टीम द्वारा संचालित ग्रामीण अंगीकरण कार्यक्रम के चौथे दिन किसानों के लिए मशरुम उत्पादन पर व्यापक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का नेतृत्व डॉ. विकास सुरलिया ने किया। उनके साथ विद्यार्थी आदर्श माहुरकर, धनस्वी कातोरे, मारुत नंदन, नंदिता रंजन, आर्यन ठाकुर और ग्रीष्मा भी मौजूद रहे।
गाँव पहुँचने पर टीम ने चंद्रा देवी, माना देवी, बसंती देवी, भवानी देवी, धना देवी, माधव सिंह, रुप सिंह, धन सिंह, लक्ष्मण सिंह, शेर सिंह, तारा सिंह एवं ग्राम प्रधान जीवन सिंह तड़ियाल से संवाद स्थापित किया।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को जैविक ऑयस्टर मशरुम की वैज्ञानिक खेती, बैग निर्माण की विधि, तापमान-नमी नियंत्रण, उत्पादन बढ़ाने की तकनीक तथा बाजार की वर्तमान मांग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
टीम ने किसानों को मशरुम उत्पादन से जुड़ी सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, वित्तीय सहायता तथा क्लस्टर आधारित मॉडल के लाभों पर भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। साथ ही वैल्यू एडिशन—जैसे मशरुम अचार, पाउडर, डिहाइड्रेटेड मशरुम आदि पर भी चर्चा की गई। किसानों ने प्रशिक्षण में रुचि दिखाते हुए कई सवाल पूछे, जिनका समाधान टीम द्वारा सरल व संतोषजनक तरीके से किया गया।
टीम ने किसानों को बताया कि सामूहिक रुप से क्लस्टर बनाकर उत्पादन और विपणन करने से उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि संभव है। कार्यक्रम के अंत में टीम की ओर से ग्रामवासियों को मोटे अनाज आधारित उत्पाद भेंट कर उनका सम्मान किया गया।
प्रशिक्षण दिवस अत्यंत सफल और ज्ञानवर्धक रहा, जिसने ग्रामीणों में आधुनिक तकनीकों को अपनाकर आय बढ़ाने की नई संभावनाओं को मजबूत किया।



