नैनीताल क्षेत्र में वाहन से दुर्घटना कर 03 लोगों को टक्कर मारने के मामले में SSP नैनीताल डॉ. मंजूनाथ टी.सी. का कड़ा रुख।
पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से किया निलंबित, अभियोग दर्ज।
SSP ने कहा — कानून सबके लिए समान है, चाहे वह कानून का रखवाला ही क्यों न हो।
नैनीताल। नैनीताल क्षेत्र में वाहन से दुर्घटना कारित कर तीन लोगों को टक्कर मारने के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल डॉ मंजूनाथ टी.सी. ने कड़ा रुख अपनाया है। नैनीताल पुलिस की कार्यप्रणाली को अनुशासित एवं सुदृढ़ बनाए रखने के उद्देश्य से कर्तव्य में लापरवाही और यातायात नियमों के उल्लंघन पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई की गई है।
रिजर्व पुलिस लाइन नैनीताल में तैनात कांस्टेबल राकेश बोरा द्वारा कर्तव्यहीनता बरतते हुए नशे की हालत में वाहन चलाकर तल्लीताल क्षेत्र के फांसी गधेरा के पास तीन लोगों को टक्कर मारने की घटना कारित की गई, जिससे पुलिस विभाग की छवि को धूमिल किया गया।
मामले का संज्ञान लेते हुए एसएसपी नैनीताल डॉ. मंजूनाथ टी.सी. द्वारा आज शुक्रवार को संबंधित पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, थाना तल्लीताल में उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
एसएसपी नैनीताल का स्पष्ट संदेश:
पुलिस एक अनुशासित बल है। किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा शराब का सेवन कर वाहन चलाने, सार्वजनिक स्थान पर अनुशासनहीन आचरण करने या कानून का उल्लंघन करने की घटना को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी पुलिसकर्मी चाहे किसी भी पद या रैंक पर क्यों न हो, उसके विरुद्ध तत्काल कठोर विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
उन्होंने दो टूक कहा कि कानून सबके लिए समान है, चाहे वह कानून का रखवाला ही क्यों न हो।



