सीएम पुष्कर सिंह धामी के सुरक्षा में तैनात कंमाडो प्रमोद रावत की गोली लगने से हुई मौत, पुलिस जांच में जुटी।
अल्मोड़ा (उत्तराखंड) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की गोली लगने से मौत हो गई है। हालांकि, पुलिस इस मामले में आत्महत्या और एक्सीडेंटल मौत के एंगल से जांच कर रही है। घटना के समय कमांडो सीएम आवास के अंदर बने पीएसी बैरक में था। खुद की AK-47 राइफल से ही कमांडो प्रमोद की गर्दन में गोली लगी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो की गोली लगने से मौत हो गई है। कमांडो का नाम प्रमोद रावत है। मौजूदा समय में कमांडो सीएम आवास पर तैनात था। सीएम आवास के अंदर बने बैरक में ही खुद की AK-47 राइफल से प्रमोद की गर्दन में गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है कि मौत का असली कारण क्या है।
AK-47 से लगी गोली घटना गुरुवार दोपहर लगभग 12:30 बजे की है। गोली कमांडो प्रमोद रावत के गर्दन के नीचे हिस्से में लगी है। 2007 बैच के प्रमोद रावत मूल रूप से पौड़ी जिले के रहने वाले है, और फिलहाल देहरादून के विजय कॉलोनी में रह रहा था। साल 2016 से प्रमोद रावत मुख्यमंत्री आवास में ड्यूटी पर तैनात था। घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे। देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कमांडो की मौत की पुष्टि की है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। देहरादून एसएसपी का कहना है कि घर पर भागवत कथा के लिए प्रमोद रावत ने 16 जून से छुट्टी पर जाने के लिए आवेदन किया हुआ था। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम से जुड़े अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। इस पूरे मामले पर जानकारी साझा करते हुए एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही लग पाएगा हालांकि, एडीजी अभिनव कुमार ने ये आशंका भी जताई है कि ये आत्महत्या के अलावा एक्सीडेंटल डेथ का मामला भी हो सकता है. यानि कि कमांडो ने आत्महत्या की है, या फिर गलती से गोली लगी है, इसकी जांच जारी है।