गजब धोखाधड़ी — खुद को ऊधमसिंहनगर का डीएम बताया, और नौकरी लगाने के नाम पर युवती से ठग लिए 70 लाख रुपए।

हरिद्वार। खुद को डीएम बताकर युवती से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 70 लाख की रकम ठगने और अपनी मंगेतर से दुष्कर्म करने के आरोपी निहार कर्णवाल को ज्वालापुर-रानीपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। गैंग में शामिल एक महिला, उसके बेटे समेत तीन आरोपियों की पुलिस को तलाश है। आरोपी पूर्व में भाजयुमो नेता भी रहा है। क्षेत्र की खन्नानगर कालोनी निवासी युवती ने अपने पड़ोसी निहार कर्णवाल के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि उसने खुद को ऊधमसिंहनगर का जिलाधिकारी बताते हुए पीडब्ल्यूडी में निरीक्षण अधिकारी के पद पर नौकरी दिलवाने का दावा करते हुए उसकी मां से डेढ़ लाख की रकम हड़प ली थी।

आरोप है कि उत्तराखंड सरकार की नेम प्लेट लगी कार से घूमने वाले आरोपी ने बाद में एसडीएम के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर 70 लाख की मांग की थी। उसके बाद उसके भाई का मकान महिला मैमकिला निवासी फेरुपुर पथरी के नाम कराकर रकम हड़प ली। पुलिस के अनुसार, मामले में निशांत कुमार गुप्ता निवासी आदर्श नगर और मैमकिला का बेटा निखिल बेनीवाल भी शामिल थे। नौकरी न लगने पर रकम वापस मांगने पर हत्या की धमकी दी गई। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि आरोपी खुद को डीएम बताकर बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर ठग रहा था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा रहा है। आरोपी ने ऋषिकेश एसडीएम पद पर तैनाती का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी जारी किया था। ज्वाइनिंग तारीख 10 सितंबर दी गई थी और सैलरी 3.95 लाख बताई थी। लैटर में फर्जी मुख्य सचिव के हस्ताक्षर भी किए हुए थे। शिवालिक नगर निवासी दूसरी युवती ने कोतवाली रानीपुर में आरोपी निहार कर्णवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि निहार ने उससे सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर कई लाख हड़प लिए, यही नहीं उससे शादी तय कर दिल्ली समेत कई स्थान पर ले जाकर दुष्कर्म भी किया।

रिपोर्टर- एस. आर. चन्द्रा भिकियासैंण

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!