सरकार द्वारा आन्दोलन की अनदेखी करने के बावजूद अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 78वें दिन भी रहा जारी।
किसान महासभा बागजाला के ग्रामीण दलगत राजनीति से ऊपर उठकर गाँव बचाने व गाँव बसाने के लिए कर रहे हैं आन्दोलन — आनन्द सिंह नेगी।
हल्द्वानी (नैनीताल)। अखिल भारतीय किसान महासभा गौलापार बागजाला के नेतृत्व में बागजाला के ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन 78वें दिन भी लगातार जारी रहा। ग्रामीण सरकार द्वारा आंदोलन की अनदेखी के बावजूद गाँव को राजस्व गाँव घोषित करने, मालिकाना हक दिलाने, पंचायत चुनावों में मताधिकार बहाल करने, निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने और हर घर नल–हर घर जल योजना को पूर्ण कराने जैसी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगों में जल जीवन मिशन से टूटी सड़कों की मरम्मत, आवारा सरकारी गौवंश से राहत दिलाने और गौवंश की सरकारी खरीद की गारंटी जैसे मुद्दे शामिल हैं। आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार की उदासीनता के बावजूद यह आंदोलन गाँव बचाने और बसाने की लड़ाई है, जिसे एकजुटता के बल पर अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी ने कहा कि यह आंदोलन किसी राजनीतिक दल का नहीं बल्कि जनआंदोलन है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ग्रामीणों को गुमराह करने और आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। बावजूद इसके, ग्रामीण एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।
धरने का संचालन किसान महासभा बागजाला के सचिव वेदप्रकाश द्वारा किया गया।
धरने में पार्वती देवी, मोहम्मद परवेज, अ. वाहब, अनवरी, दिनेश चंद्र, भोला सिंह, चंदन सिंह मटियाली,हरगिरि, भगवती देवी, वेद प्रकाश, डॉ. उर्मिला रेंशवाल, लीला देवी, प्रेम सिंह नयाल, असलम, हेमा देवी, हेमलता, हीरा देवी, सुनीता देवी, हरिश्चंद्र, कल्लू प्रजापति, मीणा भट्ट, लीला देवी, हेमा आर्य, पुष्प देवी, दीवान सिंह बरगली, रेखा रानी, पुष्पा देवी, तुलसी देवी, मुन्नी देवी सहित अनेक ग्रामीण शामिल रहे।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल

















