डाॅ. सुशीला तिवारी अस्पताल में सफाई व्यवस्था चरमराई, समय पर सफाई न होने पर मरीजों को हो रही है दिक्कतें।
हल्द्वानी (नैनीताल)। डाॅ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय कुमाऊं का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है, जहाँ रोजाना हजारों मरीज इलाज के लिए पहुँचते हैं लेकिन अफसोस की बात यह है कि इतने बड़े अस्पताल में सफाई व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। अस्पताल के ब्लड लैबों विभिन्न वार्डों, ओपीडी और शौचालयों में गंदगी का आलम साफ नजर आता है।
मरीज और उनके परिजन खुलेआम शिकायत कर रहे हैं कि अस्पताल में नियमित तय समय से सफाई नहीं हो रही है, जिसके कारण बाहर से इलाज करने आ रहे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। स्वच्छता के अभाव में मरीजों को इलाज के साथ-साथ साफ-सफाई की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। समय से साफ-सफाई नहीं होने पर मरीजों व तिमारदारों को डाॅक्टरो से अपने रोगों को दिखाने के लिए काफी समय का इन्तजार करना पड़ता है, जिसका सीधा जीता-जागता उदाहरण सेन्ट्रल लैब, ब्लड कलैक्सन व अन्य ओपीडी में मिला।

स्थानीय लोगों का कहना है कि डाॅ. सुशीला तिवारी अस्पताल जैसे बड़े संस्थान में सफाई व्यवस्था की लापरवाही बेहद गंभीर मामला है। रोजाना हजारों की संख्या में मरीजों का आना-जाना होता है, ऐसे में स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
जनता की मांग है कि अस्पताल प्रबंधन तुरंत इस ओर ध्यान दें और सफाई व्यवस्था को नियमित व सही समय पर सख्ती से लागू करें ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल






















