स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग को लेकर पूर्व सैनिक का आमरण अनशन, तहसीलदार से वार्ता के बाद हुआ स्थगित।
चौखुटिया (अल्मोड़ा)। चौखुटिया घाटी एक बार फिर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनकारियों के नारों से गूंज उठी। “ऑपरेशन स्वास्थ्य” के तहत चौखुटिया में पूर्व में दो माह तक चला आंदोलन मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद स्थगित किया गया था, लेकिन तय 20 दिन की समय सीमा पूरी होने के बाद भी वार्ता में दिए गए आश्वासन के अनुरुप मांगें पूरी न होने से नाराज पूर्व सैनिक भुवन कठायत ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए रविवार को अपराह्न 3 बजे से आमरण अनशन शुरु कर दिया। उन्होंने जल त्याग करने का भी निर्णय लिया तथा समीक्षा बैठक में आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया गया।
अनशन की सूचना मिलते ही प्रशासन दो घंटे के भीतर सक्रिय हुआ और तहसीलदार तितिक्षा जोशी अनशन स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने आंदोलनकारियों से वार्ता कर अब तक की प्रगति से अवगत कराया। वार्ता के बाद फिलहाल 10 दिनों के लिए आमरण अनशन स्थगित कर दिया गया है।
इस दौरान स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व आईएएस विनोद प्रसाद रतूड़ी, एडवोकेट अशोक कुमार, भगवत सिंह मेहरा, जीवन नेगी, सुरेंद्र सिंह नेगी, डॉक्टर आनंद राम, पप्पू सिंह, प्रधान विपिन शर्मा, राज्य आंदोलनकारी परमानंद कांडपाल, कैलाश गिरी, बची राम टम्टा, मोहन मेहरा, भगवत सिंह, खीमानंद कांडपाल, बचे सिंह कठायत, दीपक मठपाल, दान सिंह, नंदन सिंह, चंद्रशेखर पाण्डे, कुलदीप अग्रवाल, अनिल बहुगुणा, कुंदन राम, नंदन मेहरा, ललित नैनवाल, सुंदर सिंह, पंकज नेगी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।



