हम तमाम क्षेत्रीय व जनपक्षीय ताकतों को एकजुट करने का काम कर रहे हैं — उपपा।
गैरसैंण (चमोली)। सोमवार को गैरसैंण पहुंचे उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने रामलीला मैदान में स्वतंत्रता सेनानी वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उसके बाद पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बने 25 वर्ष बीतने के बावजूद राज्य की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है।
राज्य तो बन गया, लेकिन जिस मकसद और भावना से जनता ने बलिदान देकर इसे बनाया था — वह आज भी अधूरी है।
तिवारी ने कहा कि उपपा उत्तराखंड में व्यवस्था परिवर्तन चाहती है, जहाँ ग्राम, क्षेत्र और जिला — तीनों स्तरों पर स्वायत्तशासी सरकारें हों, ताकि निर्णय लेने और विकास का श्रेय स्थानीय जनता को मिल सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली और विदेशों में बैठे कॉर्पोरेट घरानों के भरोसे राज्य का विकास संभव नहीं है, इसलिए पार्टी क्षेत्रीय और जनपक्षीय ताकतों को एक मंच पर लाने के प्रयास में जुटी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पंचायतों और स्थानीय निकायों को कॉर्पोरेट जगत के हवाले करने की साजिश रच रही है। बिजली के स्मार्ट मीटरों को प्रीपेड मीटर में बदलने के फैसले को उन्होंने आम जनता के हित के खिलाफ बताया।
तिवारी ने कहा कि “जल, जंगल और जमीन पर स्थानीय लोगों का अधिकार” और “नशा नहीं, रोजगार दो” आंदोलन के तहत संघर्ष जारी है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अब केवल “गहत और भट्ट” खाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस नीतियों की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि गैरसैंण केवल एक भौगोलिक स्थल नहीं, बल्कि यह उत्तराखंड की अस्मिता और राजधानी से जुड़ी अवधारणा का प्रतीक है।
उन्होंने यह भी बताया कि उपपा के पास कृषि, पशुपालन, रोजगार, सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए स्पष्ट रोडमैप तैयार है।
इस अवसर पर महेश फुलारा, लीला धर, चंद्रशेखर, भुवन चंद्र और भैरव असनौड़ा उपस्थित रहे।
रिपोर्टर- रिया सोलीवाल

















