कुमाऊँनी भाषा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार पर भिकियासैंण में एक दिवसीय संगोष्ठी हुई आयोजित।

भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। कुमाऊँनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति — कसारदेवी, अल्मोड़ा के जिला संयोजक के.पी.एस. अधिकारी के नेतृत्व में एपीएफ टी.एल.सी. सेंटर, भिकियासैंण में “अपनी मातृभाषा के संरक्षण और उसके प्रचार-प्रसार” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की गई।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंचस्थ अतिथियों के बैज अलंकरण, पुष्प गुच्छ भेंट और माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किए गए। मुख्य अतिथि के रुप में नगर पंचायत अध्यक्ष भिकियासैंण दीपक बिष्ट, विशिष्ट अतिथि के रुप में अ.उ.इ.का. भिकियासैंण के प्रधानाचार्य बी. आर. भारती, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष द्वाराहाट अनिल चौधरी, शैलेष मटियानी पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कुबेर सिंह कड़ाकोटी, जिला संयोजक के.पी.एस. अधिकारी और वरिष्ठ साहित्यकार जगदीश गेवड़िया मंच पर उपस्थित रहे।

अतिथियों ने अपने संबोधन में कुमाऊँनी भाषा के संरक्षण और इसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।
अनिल चौधरी ने कहा कि मातृभाषा कुमाऊँनी हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे संरक्षित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
बी.आर. भारती ने कहा कि “कुमाऊँनी हमारी पहचान है, इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाना हमारा कर्तव्य है।”
मुख्य अतिथि दीपक बिष्ट ने कहा कि “आज अपनी मातृभाषा बोलने में झिझक महसूस करना दुखद है — जबकि यही हमारी असली पहचान है।”
कुबेर सिंह कड़ाकोटी ने कहा कि “जो आत्मीयता और अपनापन कुमाऊँनी में है, वह किसी अन्य भाषा में नहीं मिल सकता।”

कार्यक्रम में सोम्या, जानवी, कामना, खुशी, पल्लवी, हिमानी, मनीषा आदि विद्यार्थियों ने कुमाऊँनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी।
जगदीश गेवड़िया और ईश्वर कोहली ने अपने कुमाऊँनी स्वरचित गीतों की सुंदर प्रस्तुति दी।
सामाजिक कार्यकर्ता नंदन सिंह बिष्ट, शिक्षक हेमंत कुमार, नवीन चन्द्र, त्रिभुवन जलाल, अभिषेक झा, अंकेश कुमार, रामदत्त उप्रेती, आकांक्षा बिष्ट, भूमिका बिष्ट आदि ने भी कुमाऊँनी भाषा को संरक्षित करने और इसके प्रसार पर जोर दिया।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में जिला संयोजक के.पी.एस. अधिकारी ने सर्वसम्मति से त्रिभुवन जलाल (ताड़ीखेत), देवेन्द्र सिंह कड़ाकोटी (सल्ट) और कृपाल सिंह शीला (भिकियासैंण) को ब्लॉक संयोजक के रुप में चयनित किया।

अंत में जिला संयोजक के.पी.एस. अधिकारी ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि विद्यालय व ब्लॉक स्तर पर कुमाऊँनी भाषा में विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएगी ताकि नई पीढ़ी अपनी मातृभाषा से जुड़ी रहे।

कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. आर. के. ठकुराल, अभिषेक झा, अंकेश कुमार तथा अन्य सहयोगियों का विशेष योगदान रहा।
संगोष्ठी में राजेश जोशी, दीपिका रावत, भूमि बिष्ट, नेहा बिष्ट, श्रीयांशी, सृष्टि सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

रिपोर्टर- रिया सोलीवाल

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